आवक-जावक से पता चला की 10 कम्प्यूटर में उपयोग रहीं थी आइडी
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद माधवनगर पुलिस ने जांच शुरू की। जिसमें पता चला की कलेक्टर की आइडी कलेक्ट्रेट में आवक-जावक के अलावा अधिकारियों के मोबाइल, लेपटॉप, डेस्कटॉप सहित अलग-अलग कर्मचारियों के दस कम्प्यूटर में उपयोग हो रही थी। मामले की जांच के लिए साइबर सेल की मदद ली गई, लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली थी। इसके बाद दस कम्प्यूटर का पता लगाने के लिए पुलिस ने गूगल को पत्र लिखा था। गूगल ने पुलिस को उन दस कम्प्यूटर के आइपी एड्रेस की जानकारी दी थी, जिस कम्प्यूटर में आइडी खुली थी। इसके बाद अब पुलिस ने गूगल से उस कम्प्यूटर की जानकारी मांगी थी जिस कम्प्यूटर से मेल डिलीट हुए थे। इसके बाद से मामला फाइलों में दबकर रह गया।
-तत्कालीन कलेक्टर ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच चल रही है।
संजय दुबे, थाना प्रभारी, माधवनगर।