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जानिए भंग समितियों के सदस्यों से क्यों नही छूट रहा पुलिस का मोह

locationकटनीPublished: May 20, 2019 10:08:32 am

Submitted by:

dharmendra pandey

अब भी ले रहीं सहयोग, नगर व ग्राम रक्षा समितियों को एसपी ने किया था भंग, उसके बाद भी थानों में जमे सदस्य
 

Police dissuade the members of the dissolution committees

Police dissuade the members of the dissolution committees

कटनी. खाकी को बदनाम करने वाले नगर व ग्राम रक्षा समिति के सदस्यों से पुलिस का मोह नही छूट रहा हैं। स्थिति यह है पुलिस अब भी सदस्यों का थानों में बकायदा सहयोग ले रही हैं। इधर, समिति भंग होने के 10 दिन बाद पत्रिका ने शहरी क्षेत्र के थानों में जाकर पड़ताल की, तो एनकेजे थाना में समिति भंग होने के बाद भी नगर रक्षा समिति का सदस्य बकायदा सहयोग करता मिला। बता दें कि शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस का परस्पर संपर्क बना रहे। जिससे क्षेत्र में घटित होने वाली अपराधों की पुलिस को जानकारी मिल सके। साथ ही आयोजनों में पुलिस बल की कमी को पूरा किया जा सके। इसके लिए ग्राम व नगर रक्षा समितियों का गठन किया गया था। समिति में शामिल सदस्य पुलिस की तरह दिखें, इसके लिए खाकी वर्दी, बैच, टोपी, सीटी व डंडा दिया गया। इधर, कई साल से लगातार पुुलिस के साथ रहने के कारण समितियों में शामिल कई सदस्य अवैध कार्यों में लिप्त होकर कमाई करने लगे। जिस कारण पुलिस महकमा बदनाम होने लगा। आए दिन शिकायतें मिलनी लगी। जिसको देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने समिति थानों में काम कर रहीं नगर व ग्राम रक्षा समितियों को भंग कर दिया था।

इनका कहना है:
समिति भंग होने के बाद किसी से कोई काम नही लिया जा रहा है। पता करवाती हूं की कहा पर नगर रक्षा समिति के सदस्य काम कर रहे है। कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. हिमानी खन्ना, पुलिस अधीक्षक।

इनका कहना है:
बल की कमीं बनी हुई है। जिस कारण से सहयोग लिया जा रहा है। थाने से बाहर किसी को नही भेजा जाता है। हटा दिया जाएगा।
रोहित डोंगरे, थाना प्रभारी एनकेजे।
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