स्मैक तस्करी का रहा गढ़
वैंकट स्कूल के सामने खुले पुलिस सहायता केंद्र के अंतर्गत ही निषाद मोहल्ला है। यह स्मैक तस्करी का प्रमुख अड्डा भी है। इसके अलावा यहां पर जुआरियों, सटोरियों और अवैध शराब कारोबारी भी सक्रिय रहते है। अवैध कारोबार को अंजाम दिया जाता है। अपराधियों का गढ़ होने के बावजूद यहां पर पुलिस नहीं बैठती है। जिससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठते है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि सहायता केंद्र खुलने के चार माह तक तो यहां पर पुलिस बैठती थी। इसके बाद से बैठना बंद हो गया। असामाजिक तत्वों में पुलिस का डर भी समाप्त हो गया है।
नहीं होती निगरानी
आमजन की सुरक्षा और सहायता के लिए बनाए केंद्र का संचालन समय पर हो रहा है या नहीं। केंद्र खुल रहा है और उसमें जिस कर्मचारी की ड्यूटी लगी है वह आ रहा या नहीं। इन सबकी निगरानी की जिम्मेदारी संबंधित थाना व बीट प्रभारी की होती है, लेकिन लापरवाही के चलते संबंधितों द्वारा निरीक्षण नहीं किया जाता। जिसके चलते इस तरह की स्थिति निर्मित होती है और लोगों को मिलने वाली सहायता वंचित रहना पड़ रहा है।
संदीप मिश्रा, एएसपी।