कटनी

यहां नहीं मिलती पुलिस की सहायता, लगता है अपराधियों का जमघट

-आमजन की सुरक्षा के लिए खिरहनी ओवर ब्रिज के नीचे बनाए गए पुलिस सहायता केंद्र पर दो साल से लटका ताला
 

कटनीFeb 18, 2020 / 08:53 am

dharmendra pandey

बंद पड़ा सहायता केंद्र।

कटनी. अपराधियों पर अंकुश लगाने और आमजन की सहायता के लिए खिरहनी ओवर ब्रिज के नीचे वेंकट स्कूल के सामने पुलिस सहायता केंद्र खोला गया है। केंद्र की वास्तविक स्थिति यह है कि सहायता केंद्र बनने के बाद से इसमें हर समय ताला लटका रहता है। पुलिस बैठती ही नहीं है। जिसके चलते यहां पर विभिन्न प्रकार के अपराधियों का जमघट लगा रहता है। लगभग दो साल से ताला बंद रहने के कारण केंद्र में धूल का अंबार लगा हुआ है। दरवाजे पर चित्रकारी कर दी गई है। जिससे यह पता नहीं चल पाता कि यह आमजन की सुरक्षा के लिए खोला गया पुलिस सहायता केंद्र है या फिर कुछ और। सहायता केंद्र का सही तरीके से संचालन को लेकर जिम्मेदार भी उदासीन बने हुए है। जिस वजह से आमजन को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। अपराधियों से भी पुलिस का खौंफ खत्म हो गया है।

स्मैक तस्करी का रहा गढ़
वैंकट स्कूल के सामने खुले पुलिस सहायता केंद्र के अंतर्गत ही निषाद मोहल्ला है। यह स्मैक तस्करी का प्रमुख अड्डा भी है। इसके अलावा यहां पर जुआरियों, सटोरियों और अवैध शराब कारोबारी भी सक्रिय रहते है। अवैध कारोबार को अंजाम दिया जाता है। अपराधियों का गढ़ होने के बावजूद यहां पर पुलिस नहीं बैठती है। जिससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठते है। मोहल्ले के लोगों ने बताया कि सहायता केंद्र खुलने के चार माह तक तो यहां पर पुलिस बैठती थी। इसके बाद से बैठना बंद हो गया। असामाजिक तत्वों में पुलिस का डर भी समाप्त हो गया है।

नहीं होती निगरानी
आमजन की सुरक्षा और सहायता के लिए बनाए केंद्र का संचालन समय पर हो रहा है या नहीं। केंद्र खुल रहा है और उसमें जिस कर्मचारी की ड्यूटी लगी है वह आ रहा या नहीं। इन सबकी निगरानी की जिम्मेदारी संबंधित थाना व बीट प्रभारी की होती है, लेकिन लापरवाही के चलते संबंधितों द्वारा निरीक्षण नहीं किया जाता। जिसके चलते इस तरह की स्थिति निर्मित होती है और लोगों को मिलने वाली सहायता वंचित रहना पड़ रहा है।

-पुलिस सहायता केंद्र कब बना था और क्यों बनाया गया था। इसके बारे में पता लगवाता हूं। चालू कराया जाएगा।
संदीप मिश्रा, एएसपी।

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