इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे एनएसयूआइ अध्यक्ष अंशू मिश्रा बताते हैं कि जेईई मेंस पेपर लीक, नीट परीक्षा में छात्रो को राहत देने सहित अन्य भर्तियों में हो रही धांधली व लंबित छात्रवृत्ति जल्द दिए जाने की मांग पर विरोध प्रदर्शन किया गया। पदाधिकारियों ने केंद्र की नरेंद्र मोदी और प्रदेश की भाजपा नीत शिवराज सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया गया। जिले के अग्रणी तिलक कॉलेज में बड़ी संख्या में एनएसयूआइ पदाधिकारी व कार्यकर्ता एकत्र हुए और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वहां पहले से मौजूद पुलिस बल ने उन्हें रोका। इस दौरान पुलिस से नोकझोंक भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर पानी की बौछार कर हल्का बल प्रयोग करने के साथ ही कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि बाद में उन्हें मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
एनएसयूआई प्रवक्ता विकास दुबे कहते हैं कि देश भर में भाजपा राज में जिस प्रकार शिक्षा का बाजारीकरण किया जा रहा है, उसके खिलाफ पूरे देश में एनएसयूआइ प्रदर्शन कर आवाज उठा रही है। छात्रों को अच्छी और सस्ती शिक्षा देने के उद्देश्य से सत्ता में आइ भाजपा, लगातार छात्रों के साथ छलावा कर रही है। वर्तमान में जेईई मेंस का पेपर लीक होना, नीट में फर्जीवाड़ा इस बात का प्रमाण है। छात्रों को उनकी लंबित छात्रवृत्ति तक नहीं दी जा रही है।
छात्रों ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर छात्रों पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक बल प्रयोग किया है, लेकिन एनएसयूआइ कार्यकर्ता डरने वाले नहीं है। छात्र हितों की लड़ाई में लगातार विरोध प्रदर्शन करती रहेगी। दमनकारी सरकार का मुंहतोड़ जवाब देंगे।
विरोध प्रदर्शन में कमल पांडेय, रौनक खंडेलवाल, मोहम्मद इजरायल, शुभम मिश्रा, तिलक कालेज अध्यक्ष अजय खटीक, विपिन तिवारी, अभिषेक प्यासी, आशीष चतुर्वेदी, निखिल उपाध्याय, विराट शर्मा, विकास मौर्य, राहुल यादव, नित्यम चौधरी आदि मौजूद रहे।