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जेल में बंद कैदी की मौत पर मचा बवाल, छह थानों की पुलिस पहुंची अस्पताल, देखे वीडियो…

locationकटनीPublished: Jul 31, 2018 12:03:46 pm

Submitted by:

shivpratap singh

घटना की न्यायिक जांच के आदेश, हंगामे के चलते जिला अस्पताल बना पुलिस छावनी

prisoner's death

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 कटनी. माधवनगर थाना अंतर्गत झिंझरी जिला जेल में निरुद्ध कैदी शेख इमरान उर्फ हेडन पिता शेख याकूब (25) वर्ष निवासी अमरैया थाना कैमोर की तबीयत सोमवार सुबह अचानक बिगड़ गई। जेल प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां प्राथमिक उपचार के दौरान ही उसने दमतोड़ दिया। घटना की न्यायिक जांच के आदेश जारी किये गए हैं। डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया है। मृतक हृदय रोग से पीडि़त था। पीएम रिपोर्ट आने के बाद मौत के असल कारण स्पष्ट हो सकेंगे। इधर, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंदी को जेल के टॉयलेट में अटैक आ गया था और वह करीब १ घंटे तक मौके पर ही पड़ा रहा। दूसरे कैदी जब टॉयलेट पहुंचे तो प्रबंधन को जानकारी दी।
जिला जेल अधीक्षक लीना कोष्ठा ने बताया है कि न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी विजयराघवगढ़ कटनी के जारी वारंट अनुसार विभिन्न धाराओं के आरोपी शेख इमरान उर्फ हेडन 25 मई को जिला जेल में दाखिल हुआ था। कैदी जेल में प्रवेश के पूर्व से ही हृदय रोग से पीडि़त था। जिसका इलाज बाहर भी चल रहा था। जेल में प्रवेश के बाद भी जिला अस्पताल एवं जेल चिकित्सक द्वारा इलाज किया जा रहा था। रविवार की रात्रि में बंदी का स्वास्थ्य खराब हो जाने से प्राथमिक उपचार से आराम मिल गया था। सोमवार सुबह पुन: स्वास्थ्य खराब हो जाने से प्राथमिक उपचार कर जिला अस्पताल में भेजा गया था। घटना की न्यायिक जांच के आदेश के बाद न्यायाधीश वियज सोनकर जिला अस्पताल पहुंचा। यहां सिविल सर्जन कक्ष में उन्होंने ने मृतक के परिजनों से चर्चा की।
पिता का आरोप, जेल में मंागते थे पैसा
मृतक बंदी के पिता शेख याकूब ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि इमरान बीमारी से पीडि़त था, इसकी जानकारी होने के बावजूद जेलप्रबंधन ने उसका सही उपचार नहीं कराया। याकूब ने बताया कि जेल में उससे मिलने जाने पर पैसों की मांग की जाती थी। इमरान को दवाएं तक उपलब्ध नहीं कराने देते थे। इमरान ने बताया था कि उसके साथ जेल में मारपीट की जाती है।

जिला अस्पताल के ये रहे हाल
– सुबह से ही मृतक के परिजन व स्थानीय नेताओं की भीड़ जमा होने लगी। परिजन जेल में मौत होने से आक्रोशित थे।
– बार-बार भीड़ के बीच नेताओं द्वारा पुलिस व जेलप्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए जाते रहे।
– सुरक्षा के मद्देनजर नजर कोतवाली, माधवनगर, एनकेजे, उमरियापान, ढीमरखेड़ा व रीठी के थाना प्रभारी बल के साथ यहां मौजूद रहे।
– अस्पताल गेट से पोस्टमार्टम कक्ष तक जगह-जगह पुलिस तैनात रही।

मृतक के घर पुलिस ने भेजी गलत जानकारी
कैमोर के अमरैया निवासी मृतक के घर कैमोर पुलिस ने उसकी मौत होने की जानकारी गलत पहुंचाई। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में परिजनों को सूचित किया गया कि इमरान की मौत २९ जुलाई की रात में तबीयत बिगडऩे से हो गई है। जिला अस्पताल में इस गलत जानकारी को लेकर भी विवाद हुआ।
इस मामले में आरोपी था मृतक
२३ मई को कैमोर थाना अंतर्गत मुख्य बाजार साइंस कॉलेज पेट्रोल पंप के पास दो छात्र गुटों के बीच हुआ था। आधा दर्जन दुकानों में भी युवकों ने तोडफ़ोड़ करते हुए आंतक मचाया था। मोनू सेठी नामक युवक को गंभीर चोटें आई थीं। इसके दो क्षेत्र में दो दिनों तक तनाव की स्थिति बनी रही थी। मामले में पुलिस ने इमराज उर्फ हेडन सहित अन्य युवकों के खिलाफ युवकों के खिलाफ एक समुह बनाकर दुकान के अंदर घुसकर घातक हमला कर हत्या का प्रयास करना एवं जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण दर्ज किया गया था

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