जिला अस्पताल के ये रहे हाल
– सुबह से ही मृतक के परिजन व स्थानीय नेताओं की भीड़ जमा होने लगी। परिजन जेल में मौत होने से आक्रोशित थे।
– बार-बार भीड़ के बीच नेताओं द्वारा पुलिस व जेलप्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए जाते रहे।
– सुरक्षा के मद्देनजर नजर कोतवाली, माधवनगर, एनकेजे, उमरियापान, ढीमरखेड़ा व रीठी के थाना प्रभारी बल के साथ यहां मौजूद रहे।
– अस्पताल गेट से पोस्टमार्टम कक्ष तक जगह-जगह पुलिस तैनात रही।
मृतक के घर पुलिस ने भेजी गलत जानकारी
कैमोर के अमरैया निवासी मृतक के घर कैमोर पुलिस ने उसकी मौत होने की जानकारी गलत पहुंचाई। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी में परिजनों को सूचित किया गया कि इमरान की मौत २९ जुलाई की रात में तबीयत बिगडऩे से हो गई है। जिला अस्पताल में इस गलत जानकारी को लेकर भी विवाद हुआ।
इस मामले में आरोपी था मृतक
२३ मई को कैमोर थाना अंतर्गत मुख्य बाजार साइंस कॉलेज पेट्रोल पंप के पास दो छात्र गुटों के बीच हुआ था। आधा दर्जन दुकानों में भी युवकों ने तोडफ़ोड़ करते हुए आंतक मचाया था। मोनू सेठी नामक युवक को गंभीर चोटें आई थीं। इसके दो क्षेत्र में दो दिनों तक तनाव की स्थिति बनी रही थी। मामले में पुलिस ने इमराज उर्फ हेडन सहित अन्य युवकों के खिलाफ युवकों के खिलाफ एक समुह बनाकर दुकान के अंदर घुसकर घातक हमला कर हत्या का प्रयास करना एवं जान से मारने की धमकी देने का प्रकरण दर्ज किया गया था