कोरोना को हराने के लिए गांव के लोग जागरुक हैं। जिले के जिस किसी भी गांव में लोग घरों से बाहर घूम रहे हैं तो 104 में डॉयल कर शिकायत दर्ज करवाई जा रही है। जांच में सरपंच का बात नहीं मानने की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की मदद भी ली जा रही है।
लॉकडाउन के दौरान घर में रहने वाले उन परिवारों की मुसीबत बढ़ गई है जिनके घरों में बुजुर्ग या किसी बीमारी से पीडि़त लोग हैं। इनका समय पर इलाज नहीं होने की शिकायत भी आ रही है। हालांकि ऐसे परिवारों के घर तक डॉक्टर के दो घंटें के अंदर पहुंचकर परीक्षण करने की बात कही जा रही है।
कंट्रोल रुम प्रभारी अजय श्रीवास्तव बताते हैं कि कंट्रोल रूम में आने वाली सभी फोन को पूरी गंभीरता से सुनकर समस्या का त्वरित निराकरण करने की कोशिश की जा रही है।