झाडिय़ों की टटिया से बने गेट में सुरक्षा इंतजाम हो लेकर विभाग के अधिकारी यह यह भी कहते हैं कि रात में चौकीदार की ड्यूटी लगाई है। यह अलग बात है कि इस तरह के सुरक्षा इंतजाम में दिन में भी गेहूं की चोरी से इन्कार नहीं किया जा सकता, भले ही विभागीय अधिकारी पुख्ता सुरक्षा का दावा कर रहे हों।
खासबात यह है कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बाद भंडारण के लिए स्थान की समस्या भी चुनौती है। जिला प्रशासन ने इसके लिए मझगवां की स्थित ओपन कैप में स्थान सुरक्षित करने की कवायद शुरू कर दी है। इसके लिए ओपन कैप में पहले से भंडारित धान और गेहूं का उठाव किया जा रहा है।
नान के अधिकारियों के अनुसार धान का उठाव कर मिलर्स को भेजा रहा है, लेकिन गेहूं के बारे में विपणन विभाग के अधिकारी ही जानकारी देंगे। इधन विपणन विभाग के पास गेहूं उठाव की फिलहाल कोई योजना नहीं है। ऐसे में सुरक्षा के इंतजाम नहीं होने पर चोरी की आशंका बनी रहती है।