बीज उपचार कर रहा था उकेश
केवीके के वैज्ञानिक डॉ. केशव द्विवेदी ने बताया कि केंद्र में 28 मजदूर काम कर रहे हैं। गुरुवार को 4 लोग थे। केंद्र धान की बोवनी चल रही थी। उकेश लुनिया बीज उपचार कर रहा था। जैविक कल्चर व खाद मिला रहा था। उसी दौरान पानी पीने गया वहां पर चक्कर आ गया और गिर गया। ट्रैक्टर ड्राइवर ने फोन करके सूचना दी। हम सभी लोग मौके पर पहुंचे। उसे उठाकर छाया में लेकर गए। पानी से मुंह धोया। आराम नहीं लगा। तत्काल एंबुलेंस, पुलिस व और परिजनों को सूचना दी। परिजन और ग्रामीण हम लोगों के ऊपर अटैक करने लगे। उकेश को अस्पताल भेजने की बजाय ग्रामीण विवाद करने लगे। भीड़ एकदम से आक्रामक हो गई। पत्थरबाजी करने लगे। सभी हाथ में ठंडे, कुल्हाड़ी लिए थे। हम लोग जान बचाकर बिल्डिंग में भागे। दरवाजा बंद किया। सीएसपी, एसपी, थाना में फोन किया। प्रधान आरक्षक विजेंद्र तिवारी को सूचना दी। जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। लगभग एक घंटे बाद पुलिस पहुंची। पुलिस ने गेट खुलवाया। इसके बाद हम लोग निकल पाए।
इनका कहना है
रंजिशन कोई मामला नहीं दिख रहा। गांव वाले आक्रोशित थे। ग्रामीणों द्वारा केंद्र में तोडफ़ोड़ की गई है। कांच आदि टूटे हैं। अधिकारी-कर्मचारियों को कुल्हाड़ी लेकर मारने के लिए गांव वाले पहुंच गए थे। समझाइश के बाद शव का पीएम कराया गया है।
संदीप श्रीवास्तव, तहसीलदार।