मौके पर पहुंची पुलिस
जैसे ही चक्काजाम की जानकारी बहोरीबंद के अधिकारियों को लगी तो थाना प्रभारी बहोरीबंद रेखा प्रजापति पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंची। लोगों को समझाइश दी एवं विद्युत मंडल के अधिकारियों को एक घंटे तक फोन लगाया, लेकिन विद्युत मंडल के अधिकारियों ने फोन भी नहीं उठाया। उसके बाद पीएचई विभाग से संपर्क कर बंद पड़े हैंडपंपों को सुधार के लिए बात कर लोगों को जल्द से जल्द समस्या का निदान करवाने का आश्वासन दिया। ग्राम के लोगों ने थाना प्रभारी रेखा प्रजापति के आश्वासन के बाद रोड से जाम को हटाया, लगभग डेढ़ से दो घंटे तक बहोरीबंद-बाकल मार्ग जाम रहा।
दी है यह चेतावनी
ग्रामीणों ने कहा कि अगर 3 दिन के अंदर हम लोगों की समस्या का निदान नहीं हुआ तो फिर से चक्काजाम करेंगे। काफी देर बाद जक विद्युत विभाग के अधिकारियों ने सुनवाई नहीं की तो थाना प्रभारी ने तल्ख तेवर दिखाए औश्र कहा कि विभाग अपनी मनमानी तो पुलिस विभाग करेगा तो पुलिस जनता का सहयोग करेगी, 2 घंटे बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा नल जल योजना के पंप हाउस पहुंचकर लाइट का सुधार और नलजल पंप को किया चालू किया।

..इधर शहर में पेयजल सप्लाई में आ रहे कीड़े व कम फोर्स की समस्या
कटनी शहर के नागरिकों को भीषण पेयजल समस्या से ही नहीं सामना करना पड़ रहा है बल्कि खराब पानी भरने की भी मजबूरी हैं। हद तो तब हो जा रही है, जब पेयजल सप्लाई के साथ में कीड़े आ रहे हैं। इस संबंध में कई नागरिकों ने कई बार नगर निगम के अधिकारियों को अवगत कराया, बावजूद इसके कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। बता दें कि सुबह 8 बजे पेयजल सप्लाई शुरू होते ही गंदा पानी आता है, इसमें नालियों का पानी जैसा पानी आता है, यह लगभग 4 से पांच मिनट तक क्रम चलता है, इसके बाद लगभग 15 मिनट तक मटमैला पानी कई जगह पर आता है। सबसे ज्यादा समस्या गुरुनानक वार्ड में बनी हुई है। इस संबंध में कई बार नगर निगम के इंजीनियर और नोडल अधिकारी को अवगत कराया गया है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
टंकी की नहीं होती सफाई
बता दें कि नगर निगम के द्वारा शहर में स्थापित पेयजल सप्लाई वाली टंकियों की सफाई में सिर्फ औपचारिकता की जाती है। समय-समय पर टंकियों की सफाई न कराने व उनमें दवाओं का उपयोग न होने से डेड एंड पर भरा हुआ पानी खराब हो जाता है। नगर निगम की कई टंकियों में काई जमी हुई है, इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया जा रहा।
लाइनों में लीकेज
शहर के कई स्थलों पर लाइन लीकेज के कारण यह समस्या बनी हुई है। अधिकांश पेयजल की सप्लाई की पाइप लाइन नालियों से है। कई जगह से पाइप पुराने होने के कारण लीकेज होने से नालियों का पानी पाइप में घुसता है। बताया जा रहा है कि जब सप्लाई बंद हो जाती है और पानी के पाइप खाली हो जाते हैं तो फिर उनमें नालियों का पानी भर जाता है, जिससे यह समस्या होती है।
इनका कहना है
पेयजल सप्लाई में यदि कीड़े व कचरा आता है तो तत्काल इसे दिखवाया जाएगा। नोडल अधिकारियों से जांच कराई जाएगी। जहां पर लाइन में यदि दिक्कत है तो उसे ठीक कराया जाएगा। लोगों को साफ व शुद्ध पानी मिले यह प्राथमिकता तय की गई है।
सत्येंद्र सिंह धाकरे, आयुक्त नगर निगम।