इधर,
आशा कार्यकर्ता अच्छा काम करेंगी तो उन्हें समाज में सम्मान और विश्वास मिलेगा
महिला एवं बाल विकास व स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में बोले संभागायुक्त
जबलपुर संभाग केे कमिश्नर राजेश बहुगुणा ने जिला पंचायत सभागार में गुरुवार को महिला एवं बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। दोनों ही विभाग के अधिकारियों को मैदानी स्तर मिलजुल कर काम करने को कहा। संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि सभी डिलेवरी प्वाइंट्स पर स्टाफ उपलब्ध किया जाए। आशा कार्यकर्ता और एएनएम के पद खाली न रहे। प्रक्रियानुसार पूर्ति की जाए। टीकाकरण और संस्थागत प्रसव में अपेक्षा अनुरूप प्रगति लाए। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में सभी पात्र परिवारों को गोल्डन कार्ड जारी कराने का विशेष अभियान चलाया जाए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. निगम ने बताया कि साल 2019-20 में 8918 कुल प्रसव हुए। इसमें से 8653 प्रसव संस्थागत हुए। जिले में 40 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर स्थापित किए गए हंै। दस्तक अभियान में 417 जन्मजात विकृतियों और 2739 गंभीर एनीमिया के बच्चे चिन्हित किए गए हैं। समीक्षा बैठक के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सितम्बर माह तक अतिकम वजन के 3350 बच्चे पाए गए थे। जिन्हें पोषण की गतिविधियों और एनआरसी के माध्यम से पोषित किया जा रहा है। पोषण पुर्नवास केन्द्र में स्वीकृत बेड की संख्या के अनुरूप 119 प्रतिशत बच्चों को उपचारित किया जा रहा है। अतिकम वजन के बच्चों के परिवारों को कन्वरजेन्स के माध्यम से अन्य आर्थिक गतिविधियों में भी जोड़ा गया है। जिले में सेक्टर स्तर पर एक के मान से 63 आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श बनाया गया है। 6 आंगनबाड़ी केन्द्रों को बाल सुलभ केन्द्र बनाया गया है। इस दौरान कमिश्नर ने कहा कि अच्छा कार्य करने वाली आशाओं को पुरस्कृत किया जाए। बैठक के दौरान कलेक्टर एसबी सिंह, जिला पंचायत सीइओ जगदीश चंद्र गोमे व योगेश शर्मा मौजूद