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रैकेट का शीघ्र होगा खुलासा, युवतियों पर भी कसेगा शिकंजा

locationकटनीPublished: May 31, 2019 11:30:09 pm

अब पांच सदस्यीय जांच टीम करेगी पूरे मामले की जांच, मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का मामला

Racket will be exposed soon

Racket will be exposed soon

कटनी। मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर युवाओं को ठगने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए पुलिस अधीक्षक डॉ. हिमानी खन्ना ने पांच सदस्यीय टीम गठित की है। एसडीओपी स्लीमनाबाद पीके सारस्वत के नेेतृत्व में टीम गठित की गई है और एएसपी संदीप मिश्रा पूरे मामले पर टीम को मार्गदर्शन देंगे। दल में माधवनगर थाना प्रभारी संजय दुबे, उपनिरीक्षक सेल्वाराज पिल्लई, उपनिरीक्षक प्रियंका राजपूत, प्रधान आरक्षक वीरेंद्र व अनिल को शामिल किया गया है। गठित टीम कोचिंग संस्थान से जब्त किए गए दस्तावेज, बैंकों से लेन देन की जांच करेगी। बता दें कि आरोपी कटनी के बरगवां में खुले कार्यालय में युवतियों से फोन लगवाता था। बेरोजगारों को फंसाने के लिए उसने कार्यालय में तीन से चार महिला कर्मचारियों को रखा था। इन पर शिकंजा कसने की पुलिस ने बात कही थी।
लालपुर शहडोल निवासी युवक मुकेश नामदेव ने पुलिस अधीक्षक से कोचिंग संचालक सुधीर विश्वकर्मा के बारे में शिकायत की थी। इसके बाद माधवनगर पुलिस ने कोचिंग संचालक आरोपी विश्वकर्मा से पूछताछ की थी। जिसमें देशभर के कई राज्यों के युवाओं को मर्चेंट नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर मलेशिया में मजदूरी कराए जाने के मामले को खुलासा हुआ था और लगातार चौकानेे वाले खुलासे रोजाना हो रहे हैं।
आरोपी भी जा चुका है मलेशिया व थाइलैंड
थाना प्रभारी माधवनगर संजय दुबे ने बताया कि विश्वकर्मा मेरीटाइम एडं मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कोचिंग संस्थान चलाने वाला आरोपी सुधीर ने कोलकाता से सीमैन का कोर्स किया था। इसके बाद वह लगभग दो से तीन साल तक मलेशिया में काम किया। आरोपी थाइलैंड भी जा चुका है। मलेशिया में काम के दौरान उसका संपर्क हुआ और वह भी रुपये कमाने के लिए फर्जी सर्टीफिकेट बनाकर युवाओं को ठगने लगा। आरोपी की आर्थिक स्थिति कुछ साल पहले तक ठीक नही थीं। पिछले दो तीन वर्ष में वह महंगी कार व महंगा मोबाइल रखने का शौकीन हो गया था।
इनका कहना है
मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है। टीम जब्त दस्तावेजों व बैंक खातों सहित अन्य मामलों की जांच करेगी। पूरे रैकेट का खुलासा करने अन्य जिलों व प्रदेशों की पुलिस की मदद ली जाएगी।
डॉ. हिमानी खन्ना, पुलिस अधीक्षक
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