थाना प्रभारी माधवनगर संजय दुबे ने बताया कि विश्वकर्मा मेरीटाइम एडं मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कोचिंग संस्थान चलाने वाला आरोपी सुधीर ने कोलकाता से सीमैन का कोर्स किया था। इसके बाद वह लगभग दो से तीन साल तक मलेशिया में काम किया। आरोपी थाइलैंड भी जा चुका है। मलेशिया में काम के दौरान उसका संपर्क हुआ और वह भी रुपये कमाने के लिए फर्जी सर्टीफिकेट बनाकर युवाओं को ठगने लगा। आरोपी की आर्थिक स्थिति कुछ साल पहले तक ठीक नही थीं। पिछले दो तीन वर्ष में वह महंगी कार व महंगा मोबाइल रखने का शौकीन हो गया था।
मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है। टीम जब्त दस्तावेजों व बैंक खातों सहित अन्य मामलों की जांच करेगी। पूरे रैकेट का खुलासा करने अन्य जिलों व प्रदेशों की पुलिस की मदद ली जाएगी।
डॉ. हिमानी खन्ना, पुलिस अधीक्षक