गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि मंदिर में लगाया गया पत्थर रीठी तहसील के ग्राम सैदा से लाया गया था और उसे बैलगाड़ी के माध्यम से मजदूर लेकर आए थे। जिसे बिलहरी निवासी शिल्पकार बादल खान ने अपनी शिल्पकला से सजाया था। मंदिर में सामने की ओर पिलर व दीवारों लगे नक्काशीदार पत्थर आज भी लोगों को अपनी ओर खींचते हैं। भगवान श्रीराधा-कृष्ण जिस स्थान पर विराजित हैं, उसमें भी शानदार नक्काशी की गई है।
जिले के सेंड स्टोन की खासियत को एक बार फिर से लोगों के सामने लाने के लिए जिला प्रशासन ने पहल प्रारंभ की है। एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले के सेंड स्टोन व मार्बल का चुनाव किया गया है और 9 से 28 नवंबर तक जागृति पार्क में स्टोन आर्ट फेस्टीवल आधारशिला का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देशभर के शिल्पकार स्टोन व मार्बल में अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।