पिलर टूटते ही ट्रैक बाधित
इस दौरान पिलर टूटते ही ट्रैक बाधित हो गया है। घटना की जानकारी लगते ही रेल अफसरों में अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। कई घंटे तक मामले को दबाने का प्रयास किया गया। चार घंटे बाद ट्रेनों को निकाला गया। देररात तक रेलवे ट्रैक बाधित रहा। रेलवे ट्रैक बाधित होने से आधा दर्जन विशेष ट्रेनों का परिचालन प्रभावित रहा। शाम 6 बजे ट्रेनें डीजल इंजन से कटनी लाकर गंतव्य के लिए रवाना किया गया। रेलवे प्रबंधन ने 15 किलोमीटर का कॉसन आर्डर जारी कर मरम्मत कार्य तेज कर दिया गया है। यहां पर ट्रेनें धीमी गति से निकाली जा रही है। हैवी ब्लास्टिंग के बाद रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों के साथ ही आसपास के लोग भी दहशत में आ गए।
अप-डाउन दोनों ट्रैक बाधित
ओएचइ पिलर टूटने और ट्रैक क्षतिग्रस्त होने से अप-डाउन दोनों ट्रैक बाधित रहे। जानकारी के अनुसार 02149 को 02141, जनता एक्सप्रेस स्लीमनाबाद में खड़ी रहीं। इस दौरान अहमदाबाद एक्सप्रेस भी खड़ी रहीं। डीजल इंजन से सिहोरा से निकाला गया। चार घंटे बाद लगभग 6 बजे 02149 कटनी पहुंची। इसके बाद ट्रेन 09083, 02141 शाम साढ़े 6 बजे कटनी पहुंचीं। देररात तक ओएचइ लाइन को ठीक करने काम चालू रहा।
एडिशनल साइडिंग के लिए कराई ब्लास्टिंग
जानकारी के अनुसार जबलपुर-कटनी रेलखंड पर डाउन साइड में साइडिंग बढ़ाने के लिए काम चल रहा था। एडिशनल लाइन के लिए ठेकेदार द्वारा काम कराया जा रहा है। ब्लास्टिंग से पत्थर तोड़कर हटाया गया, तभी यह हादसा हो गया। बारूद लगाने में बड़ी चूक बताई जा रही है। रेल सूत्रों की मानें तो इस धमाके से टै्रक भी बाधित हुआ है, जिसके चलते लगभग 15 किलोमीटर का कॉसन ऑर्डर चल रहा है।
यात्री हुए परेशान
इस हादसे के कारण इन यात्री टे्रनों में सफर करने वाले यात्रियों को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। कई घंटे तक ट्रेनें सिहोरा, स्लीमनाबाद आदि स्टेशनों में ट्रेनों के खड़े रहने से परेशान हुए। यात्रियों को खाना-पानी के लिए भी परेशानी हुई। डीजल इंजन से ट्रेनों के रवाना होने पर यात्रियों ने राहत की सांस ली।
इनका कहना है
डुंड़ी साइडिंग में माइनर ब्लास्टिंग के चलते ओएचइ लाइन का पिलर क्षतिग्रस्त हुआ है, जिससे ट्रैक बाधित था। कॉसन ऑर्डर से डीजल इंजन से ट्रेनें पास कराई गई हैं। सुधार कार्य जारी है।
प्रियंका दीक्षित, सीपीआरओ।