कैसिंल होने के बाद भी राशि लौटाने में देरी
बता दें कि इस मामले में 21 अक्टूबर 2019 को तत्कालीन डीआरएम डॉ. मनोज सिंह ने महापौर शशांक श्रीवास्तव को पत्र जारी कर बताया गया कि 19 सितंबर 19 को माहौपार सहित मुख्य ब्रिज इंजीनियर पमरे के साथ हुई बैठक में मामला लाया गया। मिशन चौक में आरओबी का निर्माण चल रहा है। यहां अतिरिक्त आरयूबी का निर्माण संभव नहीं है। अतिरिक्त आरयूबी के निर्माण से आर्थिक रूप से अव्यवहार होगा। आरओबी बनने से यातायात दबाव कम हो जाएगा। इसी दौरान मंगलनगर में एक और आरयूबी निर्माण की भी सहमति बनी। इसी राशि को मंगलनगर में आरयूबी निर्माण के लिए बात कही गई। हालांकि अभी इसको लेकर आगे पहल नहीं हुई।
इनका कहना है
मिशन चौक में अंडरपास कैसिंल होने पर रेलवे को राशि वापस करने कहा गया था। रेलवे द्वारा अधिकांश राशि लौटा दी गई है। बची हुई राशि व ब्याज की राशि का भुगतान करने के लिए पत्राचार किया गया।
अशफाक परवेज कुरैशी, उपायुक्त ननि।