scriptमावठे ने घोली अन्नदाता के मन में मिठास, बारिश दे गई गजब की राहत | Rain in Katni district | Patrika News

मावठे ने घोली अन्नदाता के मन में मिठास, बारिश दे गई गजब की राहत

locationकटनीPublished: Feb 16, 2019 05:50:33 pm

Submitted by:

balmeek pandey

गुरुवार देररात से शुक्रवार देर शाम तक जारी रहा बारिश का दौर, कहीं पर हुई झमाझम बारिश तो कहीं ओलावृष्टि, गेहूं और चना की फसलों के लिए बारिश बनी अमृत, मौसम न खुलने पर दलहनी फसलों को होगा नुकसान

Rain in Katni district

Rain in Katni district

कटनी. मावठे ने एक बार फिर अन्नदाता के मन में मिठास घोलने का काम किया है। दरअसल गेहूं, चना सहित अन्य दलहनी फसल के लिए किसानों को सिंचाई की अत्यंत आवश्कता थी। वह आवश्यकता गुरुवार की देररात से शुक्रवार देरशाम तक पूरी हो गई है। एक बार फिर जिले में मौसम ने करवट बदली है। जिससे किसानों के चेहरे में खुशी का माहौल है। मेघ किसानों के खेतों के लिए अमृत बनकर बरसे हैं। जिले भर में कहीं पर रुक-रुककर तो कहीं पर झमाझम बारिश हुई। बारिश के कारण लोग दिनभर घरों में कैद रहे। जरुरी काम से ही लोग घर के बाहर निकले। घर पर ही लोगों ने मौसम का लुत्फ उठाया। वहीं ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में ओलावृष्टि से फसलों में नुकसान बताया जा रहा है। बारिश बरही, विजयराघवगढ़, कैमोर, कन्हवारा, रीठी, बडग़ांव, बाकल, सलैया, बहोरीबंद, कुआं, स्लीमनाबाद, तेवरी, बिलहरी, पिपरिया सहलावन, उमरियापान क्षेत्र में हुई। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार बारिश से अभी तक किसी भी प्रकार के नुकसान की खबर नहीं हैं। लेकिन किसानों का मानना है कि यदि दो-तीन दिन मौसम नहीं खुला तो फिर दलहनी फसलों को नुकसान होगा।

किसानों ने विधायक को बताई समस्या
तहसील क्षेत्र ढीमरखेड़ा के कई ग्रामों में ओला गिरने की खबर है। पानी के साथ ओले गिरने से किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं7 किसानों ने बताया कि वर्तमान में गेंहू एवं दलहन की फसल फूल पर चल रही है। ऐसी स्थिति में पानी और ओले गिरने से फसलों से फूल झडऩे के कारण किसानों को खेती में नुकसान पहुंचेगा। किसानों ने बड़वारा विधायक बसंत सिंह को भी ओले गिरने से हुए नुकसान की जानकारी दी है। किसानों ने शासन-प्रशासन से फसल में हुए नुकसान की जांच कराकर उचित मुआवजा दिलवाने की मांग रखी है।

गेहूं के लिए अमृत बनीं बारिश
मावठे की बारिश गेहूं के लिए अमृत बनी हैं। तेवरी निवासी पुरषोत्तम सिंह ठाकुर ने बताया कि गेहूं में बोनी के आधार पर तीसरे और चौथे पानी की जरुरत थी। किसानों में इन दिनों सिंचाई के लिए मारामारी की स्थिति थी, लेकिन बारिश के कारण काफी राहत मिली है। बारिश से चना, मसूर, अलसी, सरसों, मटर सहित अन्य दलहनी फसलों को नुकसान है। मौसम यदि जल्दी नहीं खुलता तो काफी परेशानी होगी।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो