ये होती थी समस्या
इसमें समस्या यह है कि मशीन के संचालन में तकनीकी खराबी एवं अंगूठे के निशान नहीं आने की दशा में कई दिनों तक परेशान होने के बाद भी राशन नहीं मिल पा रहा था। इसके चलते अनेक उपभोक्ता राशन से वंचित हो जाते थे। मजबूरन उन्हें बाजार से महंगी दर पर खरीदी करना पड़ता था। वहीं दुकानदार भी कई बार मशीन के खराब होने से अन्य तकनीकी कमी बताकर राशन का वितरण नहीं करते थे। इसके साथ ही प्रतिदिन दर्जनों दुकान संचालक मशीन खराब होने की शिकायत लेकर खाद्य विभाग आते थे। बार-बार मशीन खराब होने के कारण कई बार समय पर राशन सामग्री नहीं बंट पाने के कारण दुकानों पर विवाद तक की स्थिति बनती रही है। इस समस्या को लेकर कई बार जिले के दुकान संचालकों ने खाद्य अधिकारी और जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर शिकायतें भी की थी।
मोबाइल के आकार की हैं नई मशीन
जिला खाद्य अधिकारी पीके श्रीवास्तव ने बताया कि पहले जो पीओएस मशीन दी गई थी, उसमें प्रिंटर, चार्जर, पावर बैंक आदि अलग थे और मशीन का आकार भी काफी बड़ा था। इससे राशन दुकान संचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब नए मॉडल की जो मशीन उपलब्ध कराई गई है। वह मोबाइल के आकार व उससे थोड़ी बड़ी है। मशीन छोटी होने के साथ-साथ कई सुविधाओं से लैस है। इसमें एक अन्य सुविधा यह रहेगी कि यदि किसी उपभोक्ता का आधार कार्ड में संशोधन करना है तो वह कर सकेगा। साथ ही इस मशीन से यदि कोई दुकान संचालक छेड़छाड़ करता है तुरंत कंपनी की जानकारी में आ जाएगा। इस मशीन में नेटवर्क की समस्या नहीं आएगी। इसके साथ ही फोटो लेने की भी व्यवस्था है। आधार नहीं मिलने के साथ ही यदि बुजुर्गों के अंगूठा निशान भी नहीं मिल रहे तो विशेष स्थिति में फोटो लेकर राशन दिया जा सकेगा।