scriptमेरा शहर-मेरा बजट: किसानों और बुजुर्गों के लिए अच्छा, लेकिन आशा के विपरीत बजट पर आई ये प्रतिक्रिया | Reaction on Budget 2018 in katni | Patrika News

मेरा शहर-मेरा बजट: किसानों और बुजुर्गों के लिए अच्छा, लेकिन आशा के विपरीत बजट पर आई ये प्रतिक्रिया

locationकटनीPublished: Feb 02, 2018 11:38:43 am

Submitted by:

balmeek pandey

वेतनभोगी कर्मचारियों के लिए 40,000 रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन यानी जितना वेतन है उसमें से 40,000 रुपये घटाकर जो रकम बचेगी उस पर लगेगा टैक्स

Reaction on Budget

Reaction on Budget

कटनी. नोटबंदी, जीएसटी और एफडीआई से जूझ रहे आमशहरी और कारोबारी गुरुवार की सुबह से टीवी पर टकटकी लगाए बैठे थे। उन्हें उम्मीद थी कि वित्त मंत्री अपने पिटारे से कुछ देंगे। जिससे दिन बहुरेंगे, पर ऐसा हुआ नहीं। औद्योगिक क्षेत्र के अर्थशास्त्री, शिक्षाविद्, प्रोफेशनल्स, व्यापारी और गृहिणी ने मोदी सरकार के अंतिम पूर्ण बजट को आशाओं के विपरीत बताया है। उनका कहना है कि यह न तो विकासोन्मुख बजट है और न निवेश को बढ़ावा देने वाला। इनकम टैक्स स्लैब और स्टैंडर्ड डिडक्शन से वेतनभोगी निराश हुआ है। हालाकि सीनियर सिटीजन व किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के बाद बजट निश्चित ही आशाजनक रहा है।

इनका कहना है
किसानों को फसल के वाजिब मूल्य, रोजगार के प्रयास और ट्रेनों की आधुनिकीकरण्। अच्छा बजट।
संदीप जायसवाल, विधायक कटनी शहर

तीन साल से टैक्स दायरा बढ़ाने का इंतजार कर रहे वर्ग को निराशा हाथ लगी है। जुमलो का बजट है।
मिथिलेश जैन, नेता प्रतिपक्ष नगर निगम

किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, ढाई सौ करोड़ रुपये के टर्नओवर वाले फर्मों को कार्पोरेट टैक्स ३० से घटाकर २५ प्रतिशत और १० प्रतिशत टैक्स स्लैब को ५ प्रतिशत किए जाने से छोटे करदाताओं को लाभ होगा।
शशांक श्रीवास्तव, चार्टर अकाउंटेंट, कटनी

ये भी रही प्रतिक्रिया
सरकार ने जो बजट जारी किया है उसका भविष्य में बहुत लाभ होगा। अधिक लोग कर के के दायरे में आएंगे। कर के के दायरे में आएंगे। लोग कर के के दायरे में आएंगे। कर के के दायरे में आएंगे।
प्रिया सोनी
सरकार ने जो बजट जारी किया है में बहुत लाभ होगा। अधिक लोग कर के के दायरे में आएंगे। के के दायरे में सरकार ने जो बजट जारी किया है में बहुत लाभ होगा। अधिक लोग कर के के दायरे में आएंगे। के के दायरे में
मथुरा प्रसाद
सरकार ने जो बजट जारी किया है उसका भविष्य में बहुत लाभ होगा। अधिक लोग कर के के दायरे में आएंगे। कर के के दायरे में आएंगे।
पंकज सरावगी

सरकार ने जो बजट जारी किया है उसका भविष्य में बहुत लाभ होगा। अधिक लोग कर के के दायरे में आएंगे। कर के के दायरे में आएंगे। लोग कर के के दायरे में आएंगे। कर के के दायरे में आएंगे।
नितिन बिलैया
आम वर्ग के हिसाब से अच्छा, सुविधाओं में नहीं मिली छूट
लघु और मध्यम उद्योगों के लिए टैक्स में छूट समेत कई योजनाओं के जरिए सीधे तौर पर फायदा होगा। वे शुरुआती स्तर पर सकेंगे, मजबूती मिलेगी। सीधे तौर पर फायदा होगा। वे शुरुआती स्तर पर सकेंगे, मजबूती मिलेगी।
सुरेश जार
लघु और मध्यम उद्योगों के लिए टैक्स में छूट समेत कई योजनाओं के जरिए सीधे तौर पर फायदा होगा। वे शुरुआती स्तर पर सकेंगे, मजबूती मिलेगी। सीधे मजबूती मिलेगी।
राजेन्द्र बडग़ैंया

लघु और मध्यम उद्योगों के लिए टैक्स में छूट समेत कई योजनाओं के जरिए सीधे तौर पर फायदा होगा। वे शुरुआती स्तर पर सकेंगे, मजबूती मिलेगी। सीधे तौर पर फायदा होगा। वे शुरुआती स्तर पर सकेंगे, मजबूती मिलेगी।
संतोष विश्वकर्मा

शिक्षा के क्षेत्र में नहीं दिखा विजन
एजुकेशन सेंस बढ़ाने से सैलरी पेड कर्मचारियो ंकी घरेलू इंकम पर ज्यादा असर पड़ेगा। वैसे तो बजट अच्छा है, बजट को लेकर आम परिवारों को उम्मींद रहती है कि कि बजट में देश क विकास और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की गुंजाइश है। इस बजट में किसानों को ध्यान में रखा गया है। किसान उन्नत होगा तो देश का विकास होगा। ेंैकेंद्र सरकार ने इस बजट में रेत सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया है। कटनी जंक्शन में नई रेल परियोजना की उम्मींद थी। तीसरी लाइन विस्तार से आमजनों को लाभ होगा। कटनी जंक्शन देश का प्रमुख जंक्शन है। बजट से महिलाओं की शिक्षा और चिकित्सा शिक्षा पर ध्यान दिया गया है। चिकित्सा शिक्षा के मामले में छोटे शहरों का लाभ मिलेगा। खासकर मेडिकल कॉलेज खुलने इस वर्ग के लोगों को लाभ मिलेगा।
डॉ. सुधीर खरे, प्राचार्य तिलक कॉलेज
नहीं मिली राहत
महिलाओं का मानना है कि जैसी उम्मीद थी, वैसा बजट में उन्हें फायदा फिलहाल नहीं दिख रहा। हालांकि सरकार पहले योजनाओं के जरिए देश में मजबूती लाना चाहती है, जिससे विकास को गति मिल सके, लेकिन इसमें मुख्य मुद्दा महंगाई का हल निकलता नहीं दिख रहा। रजनी सोनी का कहना है कि रोजमर्रा की चीजों और महंगी होगी, इससे राहत नहीं मिली है। बजट के चलते रसोई का गणित गड़बड़ा जाएगा।

एजुकेशन सेक्टर में टैक्स बढऩे से शिक्षा का स्तर तो सुधरेगा, लेकिन महंगाई का असर यहां भी पड़ेगा।
निशा सोनी

तम्बाकू उत्पादों की कीमतों में वृद्धि अच्छा फैसला है, पर रसोई को लेकर बजट खास नहीं।
निर्मला बाजपेयी
तम्बाकू उत्पादों की कीमतों में वृद्धि अच्छा फैसला है, पर रसोई को लेकर बजट खास नहीं।
प्रीति सेन

सरकार का एजुकेशन सेक्टर पर रहा है। एजुकेशन के लिए अच्छा फैसला है अच्छा फैसला है। अच्छा फैसला है।
बबिता बाजपेयी

व्यापार के लिए नहीं रियायत, दिया कुछ नहीं…
स राफा बाजार में सर्राफा एसोसिएशन के ललित सोनी, सुरेन्द्र सोनी, विजय सोनी, राकेश सोनी, लक्ष्मण सोनी सहित अन्य ने बजट पर चर्चा की। व्यापारियों ने बताया कि केन्द्रीय बजट में व्यापारियों के लिए कोई रियायत नहीं दी गई है। हमें उम्मीद थी कि वित्तमंत्री अरूण जेठली सोने पर 10 फीसदी कस्टम ड्यूटी है, जिसे घटाकर 5 प्रतिशत कर देंगे, पर ऐसा उन्होंने नहीं किया। पूर्व में सराफा व्यवसाय पर 1 फीसदी वैट था। जीएसटी में इसे बढ़ाकर 3 फीसदी कर दिया गया, जिसे कम करने की हम लोगों ने मांग की। इसके अलावा सराफा व्यापारी दस हजार से ऊपर कैश भुगतान नहीं कर सकते। इमरजेंसी में कोई सोना बेचने आए तो क्या करें। दस हजार की सीमा 15 साल पुरानी है। तब सोने का भाव 4 हजार रुपए दस ग्राम था। इसे बढ़ाकर 50 हजार रुपए किए जाने की हमें उम्मीद थी पर सारी उम्मीदों पर वित्तमंत्री ने पानी फेर दिया। इधर, वित्तमंत्री के बजट से कपड़ा बाजार भी निराश है। व्यापारियों ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि वित्तमंत्री ई वे बिल व्यवस्था की जिम्मेदारी ट्रांसपोर्टर्स को देंगे। इनकम टैक्स छूट की सीमा 5 लाख रुपए की की जाने उम्मीदें थीं पर ऐसा कुछ नहीं किया।

व्यापारी
उद्योग लगाने के लिए जटिल नियमों और पुराने कानून में बदलाव के लिए वित्तमंत्री को अलग से प्लॉन तैयार करना चाहिए था, पर ऐसा कुछ उन्होंने किया नहीं।
मनीष गेई

नोटबंदी और जीएसटी के बाद उद्योग और व्यापार में बूरी तरह से प्रभावित हुआ हैं। बजट में इससे उबारने के लिए ठोस घोषणाओं की जरूरत थी।
विकास गुप्ता

विद्यार्थी
रोजगार के अवसर मिलेंगे। परीक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग एजेंसी का निर्माण होने से शासकीय सेवाओं में जाने के लिए नए अवसर मिलेंगे।
अतीत तिवारी


महिला कल्याण के लिए १ लाख ८६ करोड़ का प्रावधान रखा गया है। महिलाओं का ध्यान रखा गया है। समाज में ऊपर उठने के लिए नए अवसर मिलेंगे।
सुषमा सिंह

गृहिणी
कस्टम ड्यूटी बढ़ी है। हर घर में इलेक्ट्रानिक आयटम का उपयोग हो रहा है, इसके चलते आमजन को महंगाई का सामना करना पड़ेगा।
पूजा दाहिया

शहरी महिलाओं के रोजगार के अवसर की संभावनाओं पर बजट ध्यान नहीं दिया गया है। यहां ज्यादातर महिलाएं रोजगार की समस्या से जूझ रही हैं।
रीतू तिवारी वरिष्ठजन

सीनियर सिटीजन का बजट मे ख्याल रखा गया है। निवेश सीमा बढऩे और पीएम वय वंदना योजना अवधि बढ़ाई गई है।
पीएल चौबे

स्वास्थ्य व इंकम टैक्स से राहत देकर सरकार ने अच्छा काम किया है, लेकिन महंगाई से बजट राहत नहीं दे सका। आमजन पर बोझ बढ़ेगा।
बालगोविंद सुहाने

नौकरीपेशा
सरकार ने सभी सेक्टरों में आने वाले वर्षों में 12 फीसदी का निवेश करेगी। महिलाओं को राहत मिली है। ज्यादा सैलेरी लेकर घर जा सकेंगी।
मिराज खान

सरकार का बजट आमजन के लिए अच्छा है। टैक्स स्लैब घटने से नौकरीपेशा को राहत मिली है। इंकम टैक्स में छूट का दायरा बढ़ाना चाहिए था।
इंद्रभूषण तिवारी

रोजगार पर ध्यान नहीं
देश के युवाओं को हर साल 1 करोड़ नौकरियों को जरूरत है, पर ध्यान नहीं।
राजेश सौरभ नायक

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