उचित मूल्य की दुकानों में होता था सप्लाई
जानकारी के अनुसार मेसर्स किरार ट्रेडर्स द्वारा जिले की उचित मूल्य की राशन दुकानों में केरोसिन की सप्लाई किया जाता है। हर माह 60 हजार लीटर की सप्लाई होना बताया गया है, जबकि गांवों में न के बाराबर केरोसिन का वितरण हो रहा है। इसकी भी जांच टीम द्वारा कराई जा रही है। जानकारों की मानें तो करोड़ों रुपये की गड़बड़ी का मामला सामने आएगा। इस तरह की गड़बड़ी सामने आने से खाद्य विभाग की निगरानी पर भी सवाल खड़े हो गए हैं।
एक्सपायरी डेट के थी अग्निशमन यंत्र
केरोसिन का भंडारण केंद्र जहां पर है वह क्षेत्र न सिर्फ रहवासी है बल्कि बस स्टैंड, मार्केट लगा हुआ है, इसके बाद भी गंभीर बेपरवाही पाई गई। यहां पर आगजनी जैसी घटना से निपटने के लिए कोई इंतजाम नहीं थे। यहां पर जो अग्निशमन यंत्र थे वे एक्सपायरी डेट के पाए गए और रेत सहित पानी की भी पर्याप्त व्यवस्था नहीं रही, ऐसे में अपात स्थिति में किसी बड़ी होनी से इन्कार नहीं किया जा सकता।
इनका कहना है
कलेक्टर के निर्देश पर जिले की पीडीएस दुकानों में केरोसिन की सप्लाई करने वाले डीलर मेसर्स किरार ट्रेडर्स बस स्टैंड के यहां जांच की गई है। जांच के दौरान 7 हजार लीटर अधिक स्टॉक मिला है। जिसके दस्तावेज फर्म नहीं दिखा पाई। दस्तावेज आदि जब्त करते हुए मामले की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रोमानुस टोप्पो, एडीएम।