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इस नियम विरुद्ध काम का 12 दिन बाद भी स्पष्टीकरण नहीं दे पाए सीएमएचओ, जानिये क्या है मामला

locationकटनीPublished: Apr 19, 2019 12:27:27 pm

Submitted by:

balmeek pandey

सीएमएचओ कार्यालय में नियम विरुद्ध तरीके से एमआर की राशि बांटे जाने का मामला

Responding to notice not giving CMHO katni

Responding to notice not giving CMHO katni

कटनी. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में नियम विरुद्ध तरीके से राशि बांटे जाने के मामले में 12 दिन बाद भी सीएमएचओ द्वारा जवाब नोडल अधिकारी को नहीं दिया गया। हलांकि इस मामले में नोडल अधिकारी ने जल्दी जांच कराने की बात कही है। बता दें कि सीएमएचओ कार्यालय से आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कर्मचारी जिन्होंने मीजल्स रूबैला टीकाकरण अभियान में काम किया है उन्हें प्रति सत्र 75 रुपये के मान से मानदेय दिया जाना था। इसमें लगभग 10 लाख रुपये का वितरण किया गया। यह राशि सीधे कर्मचारियों के खाते में जानी थी, लेकिन सीएमएचओ द्वारा इसे एक खाते में बुलवाकर डाटा मैनेजर नितिन तपा सहित अन्य कर्मचारियों के माध्यम से नियम विरुद्ध तरीके से नगद वितरण किया गया। इतना ही नहीं इसमें मनमानी कटौती भी की गई थी, जिसमें कुछ कर्मचारियों ने आपत्ति भी दर्ज कराई थी। इस मामले में नोडल अधिकारी जिला पंचायत सीइओ फ्रेंक नोबेल ए ने जांच बैठाई है। इसमें सीएमएचओ से स्पष्टीकरण मांगा है।

इनका कहना है
सीएमएचओ कार्यालय में मीजल्स रूबेला सत्र की राशि स्वास्थ्य कर्मचारियों को नगद बाटे जाने की जानकारी मिली थी। इस मामले में सीएमएचओ से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अभी तक मिला नहीं है। शीघ्र ही इस मामले की जांच पूरी कराई जाएगी।
फ्रेंक नोबेल ए, सीइओ जिला पंचायत व नोडल अधिकारी।

पांच लाख रुपये जब्ती में आया नया मोड़
जीआरपी द्वारा बुधवार की रात चित्रकूट एक्सप्रेस में दो युवकों के पास से पांच लाख रुपये जब्त किए हैं। जब्ती के दौरान हिरासत में लिए गए दोनों युवकों ने रुपयों के संबंध कोई भी विशेष जानकारी नहीं दी वे यह कह रहे थे कि लखनऊ में स्क्रैप का काम करने के लिए जा रहे हैं। लेकिन गुरुवार को मामले में नया मोड़ सामने आ गया है। बताया जा रहा है कि वे दोनों युवक किसी रिश्तेदार के उपचार के लिए लखनऊ रुपये लेकर जा रहे थे। इस पर जीआरपी ने मामले को जांच में लिया है। जीआरपी टीआइ डीपी चड़ार ने बताया कि बुधवार को स्पेशल टीम द्वारा चित्रकूट एक्सप्रेस से अकाब खान और आबिद खान निवासी अधारताल जबलपुर को एसी कोच में डब्लयूटी पकड़ा था। संदिग्ध लगने पर पूछताछ की और इस दौरान उनके पास से पांच लाख रुपये बरामद किए गए। पहले यह मामला हवाला से जुड़ा लग रहा था। लेकिन इसमें गुरुवार को अकाब खान ने बताया कि उनके चाची की किडनी खराब हैं। संजय गांधी मेडिकल इंस्टीट्यूट लखनऊ में उपचार चल रहा है। उसके लिए रुपये लेकर जा रहे थे। वे जबलपुर में फर्नीचर व्यापारी से ढाई लाख रुपये लिए हैं साथ ही इरफान, नवशाद आदि नामक लोगों से रुपये कर्ज में लेकर जा रहे थे। गुरुवार को उपचार आदि के दस्तावेज भी लेकर पहुंचे थे, जिनकी जांच कराई जा रही है। रकम भी अब न्यायालयीन प्रक्रिया के माध्यम से छूटेगी।

सात के खिलाफ आरपीएफ ने की कार्रवाई
आरपीएफ ने गुरुवार को भी अभियान चलाकर स्टेशन परिसर, ट्रेनों में अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की है। आरोपियों के खिलाफ रेल अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया है। आरपीएफ पोस्ट प्रभारी दिनेश सिंह ने बताया कि ट्रेन में अवैध तरीके से खाद्य सामग्री बेचते पाए जाने पर तीन अवैध वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसी तरह रेलवे स्टेशन न्यूसेंस क्रियेट करने पर मामला दर्ज किया गया।

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