script30 हजार लोगों के स्वास्थ्य के साथ सामने आई बड़ी बेपरवाही, राजस्व विभाग भी लपेटे में… | Revenue Department negligence in construction of primary health canter | Patrika News

30 हजार लोगों के स्वास्थ्य के साथ सामने आई बड़ी बेपरवाही, राजस्व विभाग भी लपेटे में…

locationकटनीPublished: Feb 05, 2019 11:30:17 am

Submitted by:

balmeek pandey

एक साल में स्वास्थ्य विभाग ने 10 बार किया जमीन के लिए पत्राचार, राजस्व विभाग का नहीं मिला जवाब, सिलौंड़ी में एक करोड़ 27 लाख रुपये की लागत से बनना है प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र

The operation on time has survived, pregnant life

The operation on time has survived, pregnant life

कटनी. एक ओर जहां जिले में बजट न होने के कारण विकास कार्य रुके हुये हैं तो वहीं कई मामले ऐसे हैं जहां पर रुपये जारी होने के बाद भी निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा है। इसकी मुख्य वजह है जिम्मेदारों द्वारा बेपरवाही करना। ऐसा ही एक गंभीर मामला ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र में सामने आया है, जहां पर एक साल में स्वास्थ्य केंद्र निर्माण के लिए जमीन का आवंटन नहीं हो पाया है। हैरानी की बात तो यह है कि स्वास्थ्य विभाग एक साल में लगभग 10 बार राजस्व विभाग को पत्राचार कर चुका है, लेकिन अबतक उसको कोई जवाब नहीं मिला है। मामला ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम सिलौंड़ी में बनने वाले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है। जानकारी के अनुसार एक साल पहले ढीमरखेड़ा तहसील क्षेत्र के ग्राम सिलौंड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वीकृति प्राप्त हुई। स्वीकृति के बाद एक करोड़ 27 लाख रुपये बिल्डिंग के लिए जारी हुये। स्वीकृति के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जमीन आवंटन के लिए जनवरी 18 से लेकर जनवरी 19 तक 10 बार ढीमरखेड़ा राजस्व विभाग को पत्राचार किया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अबतक तक इन पत्रों का न तो जवाब मिला है और ना ही जमीन मुहैया कराई गई। ऐसे में एक साल से स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण खटाई में पड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि 18 दिसंबर 18 को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और पटवारी ने एक स्थल का निरीक्षण भी किया, लेकिन अबतक समस्या का समाधान नहीं हुआ। अस्पताल के लिए लगभग 2500 स्क्वायरमीटर जगह चाहिये है।

25 हजार की आबादी को मिलना है लाभ
जानकारी के अनुसार सिलौंड़ी में अभी उप स्वास्थ्य केंद्र है। जहां पर मरीजों को माकूल सुविधाएं नहीं मिली रहीं। यह केंद्र अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नययन हुआ है। क्षेत्र की लगभग 25 से 30 हजार की आबादी को इस केंद्र में उपचार मिलना है। एक करोड़ 27 लाख से स्वास्थ्य केंद्र में लेबर रूम, महिला वार्ड, पुरुष वार्ड, लैब, डॉक्टर रूम, ओटी, माइनर ओडी, ओपीडी, रजिस्ट्रेशन काउंटर, नर्स रूम आदि का निर्माण होना है। जमीन न मिलने के कारण टेंडर आदि की प्रक्रिया रुकी हुई है। टीएल में कई बार इस समस्या को रखा गया, इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ।

इनका कहना है
कई बार जमीन आवंटन के लिए ढीमरखेड़ा राजस्व विभाग को पत्राचार किया गया है। एक बार मैं खुद जमीन देखने गया था। विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि जमीन आवंटित हो गई है, लेकिन अबतक कोई पत्र एसडीएम कार्यालय से नहीं मिला, जिससे आगे का काम रुका हुआ है।
डॉ. एसके निगम, सीएमएचओ।

ढाई माह पहले जमीन स्वास्थ्य केंद्र निर्माण के लिए आवंटित की जा चुकी है। पटवारी को भेजकर स्थल चयन भी कराया गया है। स्वास्थ्य केंद्र वाले पत्र नहीं ले गये तो क्या किया जाये।
देवकीनंदन सिंह, एसडीएम, ढीमरखेड़ा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो