गरीब तबके के लोग सस्ते अनाज के लिए राशन दुकानों पर निर्भर हैं। इसमें प्रति माह एक रुपए किलो मिलने वाले राशन के साथ प्रधानमंत्री खाद्यान्न योजना का नि:शुल्क राशन भी शामिल है। चावल के साथ जितना गेहूं दिया जाता था अब उस गेहूं के वजन का चावल ही दिया जा रहा है। दूसरी ओर राशन दुकानों से जो गरीब सस्ता अनाज लेकर अपने परिवार का भरण-पोषण करते आ रहे हैं, उन्हें अभी से यह चिंता सताने लगी है कि यदि राशन दुकान से अत्यधिक मात्रा में सिर्फ चांवल मिलेगा गेंहू कम मात्रा में तो वे अपनी जरूरत का गेहूं बाजार से कैसे खरीद पाएंगे। क्योंकि बाजार में गेहूं काफी महंगा बिक रहा है।
स्लीमनाबाद में 20 हजार से अधिक हितग्राही :
स्लीमनाबाद तहसील में 20 हजार से अधिक हितग्राही हैं। इन्हें राशन दुकानों से चावल, गेहूं, नमक के साथ केरोसीन भी दिया जा रहा है, जिससे इन गरीबों का महीने भर पेट चलता है। इसमें से कोई एक भी सामग्री नहीं मिलने से गरीब के घर का बजट ही बिगड़ जाता है, लेकिन मई माह के खाद्यान्न वितरण में यह स्थिति सामने आई कि चावल अधिक मात्रा व गेहूं कम मात्रा में वितरण किया गया।
गेहूं कम देकर ज्यादा दिया चावल :
स्लीमनाबाद राशन दुकान में जून माह के खाद्यान्न वितरण के दौरान शनिवार को हितग्राहियों के साथ गेहूं कम तो चावल अधिक मात्रा में दिया गया। जिससे हितग्राहियों ने सेल्समैन से जानकारी ली तो बताया गया कि इस बार गेहूं का आवंटन कम तो चावल का आवंटन अधिक हुआ है।
गेहूं का आवंटन हुआ कम :
सेल्समैन हरि साहू ने बताया कि स्लीमनाबाद राशन दुकान में मई माह से गेहूं का आवंटन कम हो रहा है। यानि यदि किसी को कुल 40 किलो चावल और गेहूं मिलता था तो उसमे आधा-आधा रहता था।लेकिन इस बार 40 किलो की मात्रा में 30 किलो चावल तो 10 किलो गेंहू दिया जा रहा है।संभावना जताई जा रही है कि आने वाले समय में गेंहू की मात्रा ओर कम हो सकती है।
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बाजार से खरीदेंगे मंहगा गेहूं :
हितग्राहियों का कहना है कि बाजार में इन दिनों गेहूं 2 हजार रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा है। ऐसे में राशन दुकान से यदि गेंहू की मात्रा कम दी जाएगी तो बाजार से गेंहू खरीदने की नौबत आ जाएगी, जो गरीब परिवार के लिए बड़ी मुश्किल पैदा करने वाला हो सकता है। राशन दुकानों के सेल्समैनों का कहना था कि इस बार गेंहू के निर्यात से समस्या खड़ी हो सकती है। इस बार समर्थन मूल्य में खरीदा जाने वाला गेहूं अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच सका है।