आत्मदाह की चेतावनी भी काम नहीं आई तो सड़क पर उतरे किसान और किया Road block
-महीनों से झेल रहे बिजली समस्या
-कलेक्टर व तहसीलदार ही नहीं बिजली विभाग में कर चुके हैं शिकायत

कटनी. लगातार बिजली संकट झेल रहे किसानों के सब्र का बांध टूट गया और वो सड़क पर उतर आए। वो पहुंचे कटनी-दमोह मार्ग पर और मकर जमकर प्रदर्शन किया। Road block की सूचना पर मौके पर पहुंचे पहुंचे अधिकारीयों के समझाने के बाद किसानों ने रास्ता खोला। किसानों के इस विरोध प्रदर्शन के चलते मुख्य मार्ग के दोनों ओर वाहनो की लंबी-लंबी कतारे लग गईं।
बताया जा रहा है कि रीठी जिले की ग्राम पंचायत घनिया के कछारखेड़ा गांव के किसान लगभग तीन महीने से बिजली संट से जूझ रहे हैं। किसान पूर्व में रीठी बिजली विभाग में तैनात कनिष्ठ अभियंता को कछारखेड़ा गांव की बिजली समस्या को लेकर ज्ञापन सौंपा चुके हैं। इतना ही नहीं वो जिला कलेक्टर सहित रीठी तहसीलदार से भी कई बार शिकायत की पर उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
यही नहीं, पिछले दिनों कछारखेड़ा गांव के किसानों ने रीठी तहसीलदार को लिखित शिकायत सौंपकर आत्मा दाह करने की चेतावनी भी दी थी। इस शिकायत पर कनिष्ठ अभियंता रीठी ने गांव में एक ट्रांसफार्मर लगवाया था लेकिन उसकी क्षमता कम है, नतीजतन वह ट्रांसफॉर्मर दो-तीन घंटे में ही जल जाता है। ग्रामीणो के अनुसार उस ट्रांसफॉर्मर से स्थाई 26 कनेक्शन भी है। इसके चलते किसानों को पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही है। ऐसे में वो सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शऩ के लिए बाध्य हुए। किसानों का कहना है कि पर्याप्त बिजली न मिलने से उनकी खेती चौपट हो रही है।
अब पाइए अपने शहर ( Katni News in Hindi) सबसे पहले पत्रिका वेबसाइट पर | Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें Patrika Hindi News App, Hindi Samachar की ताज़ा खबरें हिदी में अपडेट पाने के लिए लाइक करें Patrika फेसबुक पेज