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बिहार की गैंग ने डाली थी बैंक में डकैती, खुल रहे कई राज, देखें वीडियो

locationकटनीPublished: Nov 28, 2022 10:00:19 pm

Submitted by:

balmeek pandey

दो बदमाश गिरफ्तार, करोड़ों का सोना लेकर चार फरारमंडला जिला की निवास पुलिस ने बदमाशों को पकड़कर किया कटनी पुलिस के हवालेकटनी एसपी ने किया खुलासा, बदमाशों से बाइक, कट्टा सहित 20 हजार रुपए नकद बरामद

बिहार की गैंग ने डाली थी बैंक में डकैती, खुल रहे कई राज, देखें वीडियो

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कटनी. शहर के रंगनाथ नगर थाना क्षेत्र स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन बैंक में शनिवार को दिनदहाड़े डकैती डालकर 8 करोड़ रुपए का सोना लूटने वाले दो बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से लूट का सोना बरामद नहीं हो सका है। अन्य चार आरोपी सोना, नकद सहित फरार हो गए हैं। डकैती की इस वारदात को बिहार की गैंग ने अंजाम दिया है। रविवार को कटनी एसपी सुनील कुमार जैन ने गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए बताया कि डकैती में शामिल दो आरोपियों को मंडला जिले के निवास थाना पुलिस ने घेराबंदी कर कटनी पुलिस के हवाले किया है। पकड़े गए बदमाशों के पास से एक कट्टा व महज 20 हजार रुपए नकद ही बरामद हुए हैं। चार अन्य बदमाश सोना व नकद लेकर फरार हो गए हैं। एसपी जैन ने बताया कि आरोपी शुभम तिवारी (24) निवासी पटना बिहार एवं अंकुश साहू उर्फ विवेक (25) निवासी बक्सर बिहार को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि उन्होंने अपने साथियों अखिलेश उर्फ विकास एर्फ जॉन निवासी वैशाली बिहार, अर्जुन उर्फ पीयूष उर्फ आयुष जयसवाल निवासी पटना, मिथिलेस उर्फ धर्मेन्द्र पाल निवासी बक्सर एवं अमित सिंह उर्फ विक्कू निवासी हॉजीपुर वैशाली के साथ मिलकर बैंक में डकैती डाली थी।

बक्सर जेल में बंद है मास्टर माइंड
एसपी जैन ने बताया कि बिहार के बक्सर जेल में बंद मास्टर माइंड सुबोध सिंह की गैंग ने डकैती की वारदात को अंजाम दिया है। यह गैंग देशभर में अलग-अलग स्थानों पर वारदात कर चुकी है। 29 अगस्त को उदयपुर राजस्थान स्थित मणप्पुरम बैंक से 24 किलोग्राम सोना व 11 लाख रुपए नकद लूटकर बदमाश भागे हैं। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि गैंग अबतक 300 किलोग्राम से अधिक सोना व नकद लूट चुकी है। बदमाशों ने कटनी में वारदात को अंजाम देने के लिए जबलपुर के बघराजी क्षेत्र को अपना ठिकाना बनाया, किराये से कमरा लेकर रुके। एक पखवाड़े तक कटनी आकर साफ्ट टारगेट तलाशा। मणप्पुरम बैंक की अंदर-बाहर से रैकी की। वारदात के बाद सुरक्षित भागने के लिए अंदरूनी रास्ते तलाशे। शहर से ही बाइक खरीदकर नंबर बदला और फिर आसानी से वारदात को अंजाम देने में सफल हो गए।

मणप्पुरम गोल्ड लोन
बरगवां स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन फायनेंस लिमिटेड बैंक में दिन दहाड़े डकैती को अंजाम देने वाले पटना-बिहार के बदमाश 50 दिन पहले ही शहर पहुंच गए थे। शहर के एक कारोबारी से बदमाशों ने बाइक खरीदी और इत्मिनान से वारदात को अंजाम देने के लिए साफ्ट टारगेट तलाशा। बदमाश कई दिनों तक शहर की खाक छानते रहे, लेकिन हेलमेट और वाहन चेकिंग अभियान में जुटी कटनी पुलिस को इनकी भनक तक नहीं लगी। पुलिस का मुखबिर तंत्र कमजोर का फायदा बदमाशों को मिला। दूसरी ओर गिरफ्तार किए गए दो बदमाशों से लूटा गया करीब 8 करोड़ रुपए कीमत का 16 किलोग्राम सोना व साढ़े तीन लाख रुपए की रकम न मिलने से पुलिस की नींद उड़ी हुई है। जिस प्रकार से डकैती की वारदात को बदमाशों ने अंजाम दिया है उससे पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। स्लीमनाबाद में बदमाश 8 दिन से किराये का मकान लेकर बिना पुलिस वेरीफिकेशन के रह रहे थे और इसकी भनक न तो पुलिस को लगी और ना ही मुखबिर तंत्र को। रविवार को डकैती में शामिल दो बदमाशों की गिरफ्तारी का खुलासा एसपी सुनील कुमार जैन ने किया। उन्होंने बताया कि बदमाशों ने किस तरह से वारदात को अंजाम दिया और वे किस तरह से पकड़े गए। एसपी ने बताया कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर वारदात के संबंध में बारीकी से पूछताछ की जाएगी। पकड़े गए आरोपियों को पुलिस ने न्यायालय में पेश करने से पहले घटना स्थल पर लेकर पहुंची और बदमाशों से पूछा कि कैसे बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम दिया। उल्लेखनीय है कि वारदात के बाद भाग रहे बदमाशों को मंडला जिले की निमास पुलिस ने पकड़कर कटनी पुलिस को सौंपा है।

डेढ़ माह पहले शहर से ही खरीदी बाइक
बदमाशों ने डकैती की वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल क्रमांक एमपी 21 एमजे 4674 रघुनाथ गंज निवासी कारोबारी सतीश मोदी निवासी से 100 रुपए के स्टाम्प पेपर में इकरारनामा, नोटरी कराकर 6 अक्टूबर को खरीदी। यह गाड़ी रणवीर कुमार (25) निवासी मिर्जापुर चुनार उत्तप्ररप्रदेश के नाम से खरीदी गई। सतीश ने बाइक बेचने के लिए ऑनलाइन एप में डाली थी, जिसके माध्यम से बदमाशों ने बाइक खरीदी। घटना को अंजाम देने गाड़ी का नंबर बदल दिया।

आठ दिन पहले स्लीमनाबाद में बना लिया था ठिकाना
डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने स्लीमनाबाद में भी ठिकाना बना लिया था। 8 दिन पहले गणेश मोहल्ला स्लीमनाबाद में अवधेश दुबे का मकान किराये से लेकर रह रहे थे। वहां से कटनी आकर बैंक की रैकी करते थे। बदमाशों ने जियो कंपनी का टॉवर लगाने के लिए काम शुरू करने का कहकर मकान किराये से लिया था।

7 नवंबर से कर रहे थे रैकी
मणप्पुरम बैंक की बदमाश 7 नवंबर से लगातार 20 दिनों तक रैकी कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के अनुसार 7, 14, 15, 16 नवंबर के अलावा अलग-अलग तारीखों में रैकी की है। स्लीमनाबाद से अंदर कच्चे रास्ते भागने के लिए भी रैकी कर रखी थी। दो बदमाश सतना की ओर भागे हैं। मुख्य आरोपी ढीमरखेड़ा होते हुए कुंडम की तरफ से भागे।

ऐसे शहर से भाग गए बदमाश
10 बजकर 25 मिनट से लेकर 10 बजकर 40 मिनट में वारदात देने के बाद बदमाश स्लीमनाबाद पहुंचे। यहां से सीधे दशरमन के लिए निकले। 11 बजकर 50 मिनट में बदमाशों की लोकेशन दशरमन में मिली, जिसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। 11 बजे प्वाइंट चलने के बाद स्लीमनाबाद क्रॉस कर चुके थे। गिरफ्त में आए दो बदमाशों ने पुलिस को बताया कि जबलपुर व रीवा-सतना मार्ग इसलिए नहीं गए क्यों वहां कैमरे लगे हैं, पकड़े जाते।

साथी पकड़ाए तो फिर ऐसे दिया चकमा
वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश स्लीमनाबाद, दशरमन, बघराजी होते हुए कुंडम पहुंचे। इस दौरान लोकेशन मिलने पर पुलिस पीछा कर रही थी। चार बदमाश बघराजी से कुंडम की ओर दो बाइकों में चल रहे थे। निमास की तरफ जब जाने लगे तो वहां पर ट्रैप हो गए और दो को पुलिस ने दबोच लिया। पीछे वाली मोटरसाइकिल में दो बदमाश सोना लेकर चल रहे थे, जैसे ही सामने देखा कि साथी पकड़ गए तो तत्काल बाइक मोड़ी और कुंडम की ओर भाग निकले। कुछ किलोमीटर चले और रास्ते में बाइक छोड़ दी। इसके बाद बदमाश किस साधन और किस तरीके से कहां भागे, इसका पता पुलिस लगा रही है।
घटना को लेकर खास-खास:
– जबलपुर में डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिए बदमाशों ने 12 स्थानों पर की थी रैकी, कटनी को चुना साफ्ट कॉर्नर।
– 29 अगस्त को उदयपुर राजस्थान स्थित मणप्पुरम बैंक से 24 किलाग्राम सोना व 11 लाख रुपए नकद लूटकर बदमाश भागे हैं।
– बदमाशों के पास से वारदात में प्रयुक्त एक कट्टा, एक कारतूस, 10-10 हजार रुपए नकद, कपड़े पुलिस ने किए हैं जब्त।
– वारदात में बदमाश बघराजी में करीब एक घंटे ठहरे, बाइकों के नंबर बदले, जैकेटे सहित अन्य कपड़े बदले, हथियारों को बैग में रखा फिर निकले।
– बघराजी में रुकने के दौरान एक घंटे तक कटनी पुलिस के माहौल को भांपते रहे, सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस की सक्रियता भी देखी।
– वारदात के समय बाइक सहीं नंबर बदलकर गलत नंबर डाल लिया गया, भागने के दौरान फिर सही लगाई नंबर प्लेट।
बदमाशों ने और कहां-कहां बना रखा था ठिकाना, किनकी लेते थे मदद इसका पुलिस लगा रही पता।
– सतना के खेरवासानी में एनएच के टोल में बदमाशों की कार कैप्चर होने की मिली है सूचना, जिसका पता लगा रही पुलिस, पकरिया अमदरा से मिली है लवारिस बाइक।
– – मोटर साइकिल क्रमांक एमपी 17 एमएस 8276 से पकड़े गए हैं दोनों मुख्य आरोपी, पकड़े जाने पर पुलिस को करते रहे गुमराह, सख्ती के बाद खोला राज।
– पुलिस ने बदमाश शुभम तिवारी निवासी पटना बिहार व अंकुश साहू उर्फ विवेक निवासी बक्सर बिहार को किया है गिरफ्तार।

यहां सर्चिंग कर रही हैं टीमें
बदमाशों को पकडऩे के लिए सर्चिंग में 12 टीमें लगी हुई हैं। 120 पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की टीम पतासाजी में जुटी हुई है। अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, जबलपुर कुंडम, नरसिंहपुर दो-दो टीम, पटना-बिहार में तीन टीम सर्चिंग में जुटी हैं।

30-30 हजार का ईनाम घोषित
दिनदहाड़े बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम देकर फरार चार अन्य आरोपियों पर आइजी उमेश जोगा ने ईनाम घोषित किया है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 30-30 हजार रुपए के ईनाम की घोषणा की है।

ऐसे बना डकैती के लिए गिरोह
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि बक्सर जेल में बंद मास्टर माइंड सुबोध सिंह पूरे नेटवर्क को ऑपरेट कर रहा है। इस गिरोह में काम करने के लिए जेल जाना पड़ता है। सरगना जेल में वहां से फिर लूट, डकैती व अन्य अपराध करना वह सिखाता है। एडवांस पार्टी दी जाती है। कमरा, किराया खर्चा, देकर बाइक से रैकी कराई जाती है। गाडिय़ां अलग-अलग शहरों से खरीदते हैं।

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