खास-खास
– ग्रामीण महिलाओं को स्वरोजगार से आत्मनिर्भर बनाने सब्जी उत्पादन, ब्यूटीपार्लर, महिला टेलर, मुर्गी पालन व बकरी पालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
– २०१० से १६२ बैच में ४ हजार ५२४ महिलाओं को अलग-अलग ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
– ३ हजार १०४ महिलाएं प्रशिक्षण के बाद स्वरोजगार से जुड़ी। इन्हे बैंकों से लोन भी आसानी से मिला।
ऐसे मान सकते हैं इस केंद्र को बेहतर:
देशभर में ५०६ आरएसइटीआइ केंद्र हैं। कटनी के केंद्र को ऐसे भी बेहतर मान सकते है ंकि समीपी जिला जबलपुर में यह केंद्र बंद हो चुका है तो शहडोल व दूसरे जिलों में संचालित केंद्र महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में उतने बेहतर साबित नहीं हो पा रही हैं।
वर्जन
ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने रोजगारन्मुखी प्रशिक्षण २०१० से दे रहे हैं। यहां प्रशिक्षण लेने वाली ४० प्रतिशत महिलाओं को बैंक ने वित्तीय सहायता दी है। ३३ प्रतिशत अनुदान भी दिया जाता है। महिलाओं को प्रशिक्षण देने के मामले में यह इकाई बीते वर्ष प्रदेश में प्रथम रहा है।
केके राय प्रमुख एसबीआइ आरएसइटीआइ कटनी