ग्रामीण राकेश साहू, संजय यादव, नितिन अग्रहरी, रामनारायण यादव ने बताया कि स्लीमनाबाद अस्पताल के आसपास के लगभग 35 गांव के सैकड़ों लोगों को इलाज के लिए चिकित्सक न होने से भटकना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि मजबूरी में लोग कटनी, सिहोरा या जबलपुर इलाज कराने जाते हैं या झोलाछाप की सेवाएं लेनी पड़ती है। लोगों ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व तक स्थाई रूप से चिकित्सक की पदस्थापना थी। चार साल पहले चिकित्सक का तबादला हो जाने के बाद से आज तक नवीन पदस्थापना नहीं हो सकी है।
ग्रामीणों ने बताया कि स्लीमनाबाद से होकर राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है। जिसमें आए दिन सडक़ हादसे होते हैं और घायलों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। कई हादसों में समय पर इलाज न मिलने से लोगों की मौत भी हो चुकी है। पदस्थापना को लेकर कई बार ग्रामीण मांग कर चुके हैं लेकिन आज तक व्यवस्था नहीं बनाई गई है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. एसके निगम का कहना है कि अस्पतालों कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को जानकारी दी जा चुकी है। लोगों को बेहतर उपचार मिले इसका प्रयास किया जा रहा है।