जिम्मेदारों ने नहीं कराया विकास तो संत ने उठाया ये कदम
प्राकृतिक स्थल रामकुंडी को संवार रहे संत बनवारीदास, मार्ग भी नहीं है बेहतर, ग्राम पंचायत व प्रशासन का नहीं ध्यान

कटनी. ग्राम पिपरिया सहलावन से करीब एक किलोमीटर दूर प्राकृतिक स्थल रामकुंडी क विकास में भरभरा आश्रम के संत बनवारीदास जुे हैं। स्थल की सुंदरता को निखारने अहम योगदान देखने मिल रहा है। प्रवेश द्वार में कमानियागेट, आश्रम के लिए आरक्षित भूमि का समतलीकरण, आश्रम को आवारा पशु, आसमजिक तत्व व अतिक्रमणकारियों से बचाने तीनों ओर से जाली, सिद्ध स्थल में छतरी, पहुंचने के लिए सीढ़ी, मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। ग्रामीणों ने बताया की इस स्थल को संवारने न तो ग्रामपंचायत और न ही किसी जनप्रतिनिधि ने कभी ध्यान दिया। लोगों ने बताया कि यहां पर खास महत्व रखने वाले कुंड भी हैं।
पर्यटन की दृष्टि से जिम्मेदारों को यहां पर विकास कार्य कराने चाहिए। ग्रामीणों ने बताया की इस स्थल को संवारने न तो ग्रामपंचायत और न ही किसी जनप्रतिनिधि द्वारा ध्यान न दिए जाने से बदहाल था। संत बनवारीदास के सानिध्य में निरंतर विकास जारी है। लोगों का कहना कि यदि यहां तक पहुंचने पक्की सड़क का निर्माण और हो जाये, तो स्थान पहुंचने में आसानी होगी, और लोगों की आवाजाही बढ़ेगी। जिससे इस स्थल का नाम आसपास के गांव सहित जिले में भी जाना जाएगा।
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