किसी की जान बचाने काम आए
समाजसेवी सुदामा सचदेवा (43) निवासी हाउसिंग बोर्ड बुधवार को जबलपुर ब्लड बैंक जाकर वहां से प्लाज्मा निकलवाकर लाए और कटनी के निजी अस्पताल में भर्ती जयरामदास ठकुरानी निवासी माधवनगर को बी-पॉजिटिव ब्लड ग्रुप को प्लात्मा की आवश्यकता पूरी की। वे मरने की कगार पर थे, आज वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सुदामा ने कहा कि प्लाज्मा देकर अच्छ लग रहा है कि किसी की जान बचाने के काम आए, हमारे माध्यम से यदि किसी को मदद मिलती है। जो-जो लोग जरुरतंदों की मदद कर सकते हैं करें। प्लाजमा 15 दिन में तैयार हो जाता है, इसमें ब्लड की एक बंूद नहीं मिलती, शरीर से सिर्फ प्लाजमा निकलता है, इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है।
निभाया इंसानियत का फर्ज
दूसरे प्लाजमा डोनर शहर के युवा समाजसेवी रूपेश खूबचंदानी (31) जगमोहनदास वार्ड नई बस्ती ने प्लाज्मा देने के बाद कहा कि हमने सिर्फ इंसानियत का फर्ज निभाया है। बुधवार को जबलपुर जाकर प्लाज्मा निकलवाया आए और दो के साथ मरीज को दो यूनिट प्लाज्मा मुहैया कराया। बहुत बढिय़ा लग रहा है, मदद से अपनों की जान बच रही है। प्लाज्मा देने के बाद से मरीज का वेंटीलेटर हट गया है, इससे बड़ी इंसानियत नहीं हो सकती। लोग खुलकर मदद करें, लोगों को महामारी से बचाएं। जिनकी भी एंटीबॉटी 5 प्वाइंट के ऊपर है वे खुलकर मदद करें। उनके प्लाज्मा से कोविड वाले मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं।