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युवाओं ने समझा जिंदगी का मोल, प्लाज्मा देकर बचाई जान

प्लाज्मा लगने के बाद हटा कोविड मरीज का वेंटीलेटर, स्वास्थ्य में हुआ सुधार, शहर के दो युवा समाजसेवियों ने की शानदार पहल

कटनीApr 24, 2021 / 01:11 pm

balmeek pandey

युवाओं ने समझा जिंदगी का मोल, प्लाज्मा देकर बचाई जान

युवाओं ने समझा जिंदगी का मोल, प्लाज्मा देकर बचाई जान

कटनी. वैश्विक महामारी कोविड-19 के कारण जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे लोग जिनकी जिंदगी के एक पल का कोई ठिकाना न हो, प्राणवायु न के बराबर मिल रही हो और वे जिंदगी की जंग जीत जाएं तो फिर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं होता, लेकिन यह खुशी सिर्फ दानवीरों और नेकदिल इंसानों की पहल से ही हो सकती है। बिना किसी नुकसान व दुष्प्रभाव के छोटी से पहल से कई लोगों की जिंदगी को बचाया जा सकता है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है शहर के दो युवा समाजसेवियों ने। जिन्होंने प्लाज्मा देकर न सिर्फ मरीज की जान बचाई है बल्कि शहर, प्रदेश व देशवासियों के लिए संदेश दिया है कि हम लोगों की जिंदगी का मोल समझें और बिना किसी झिझक के प्लाज्मा देकर लोगों की जान बचाएं, इस दौरान में इससे बड़ी न तो इंसानियत हो सकती और ना ही सेवा-पूजा। हम बात कर रहे हैं शहर के दो युवा समाजसेवी रूपेश खूबचंदानी और सुदामा सचदेवा कि जिन्होंने गुरुनानक वार्ड के निवर्तमान पार्षद मौसूफ अहमद के साथ कंधा से कंधा मिलकर दो साल से वैश्विक महामारी से लोगों को बचाने हर संभव मदद कर रहे हैं। पहले जागरुकता, सेनेटाइजेशन, जरुरतमंदों की मदद और अब प्लाज्मा देकर लोगों की जान बचाने का बीड़ा उठाया है।

किसी की जान बचाने काम आए
समाजसेवी सुदामा सचदेवा (43) निवासी हाउसिंग बोर्ड बुधवार को जबलपुर ब्लड बैंक जाकर वहां से प्लाज्मा निकलवाकर लाए और कटनी के निजी अस्पताल में भर्ती जयरामदास ठकुरानी निवासी माधवनगर को बी-पॉजिटिव ब्लड ग्रुप को प्लात्मा की आवश्यकता पूरी की। वे मरने की कगार पर थे, आज वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। सुदामा ने कहा कि प्लाज्मा देकर अच्छ लग रहा है कि किसी की जान बचाने के काम आए, हमारे माध्यम से यदि किसी को मदद मिलती है। जो-जो लोग जरुरतंदों की मदद कर सकते हैं करें। प्लाजमा 15 दिन में तैयार हो जाता है, इसमें ब्लड की एक बंूद नहीं मिलती, शरीर से सिर्फ प्लाजमा निकलता है, इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

 

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निभाया इंसानियत का फर्ज
दूसरे प्लाजमा डोनर शहर के युवा समाजसेवी रूपेश खूबचंदानी (31) जगमोहनदास वार्ड नई बस्ती ने प्लाज्मा देने के बाद कहा कि हमने सिर्फ इंसानियत का फर्ज निभाया है। बुधवार को जबलपुर जाकर प्लाज्मा निकलवाया आए और दो के साथ मरीज को दो यूनिट प्लाज्मा मुहैया कराया। बहुत बढिय़ा लग रहा है, मदद से अपनों की जान बच रही है। प्लाज्मा देने के बाद से मरीज का वेंटीलेटर हट गया है, इससे बड़ी इंसानियत नहीं हो सकती। लोग खुलकर मदद करें, लोगों को महामारी से बचाएं। जिनकी भी एंटीबॉटी 5 प्वाइंट के ऊपर है वे खुलकर मदद करें। उनके प्लाज्मा से कोविड वाले मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं।

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