27 से अधिक स्कूलों को पहले भी किया जा चुका है मर्ज-
जिले में करीब दो साल पहले भी कम छात्र संख्या वाली 27 से अधिक स्कूलों को बंद करने की कार्रवाई हो चुकी है। बंद होने के बाद इन स्कूलों के शिक्षकों व विद्यार्थियों को एक किमी के दायरे में आने वाली स्कूलों में मर्ज किया जा चुका है।
रेल पटरी व नेशनल हाइवे किनारे की स्कूलों को बंद करने में आएगी समस्या
रेल पटरी व नेशनल हाइवे के किनारे खुली स्कूलें बंद नहीं हो पाएंगी। इन स्कूलों को बंद कराने में नियम का अडग़ा आएगा। जिला शिक्षा केंद्र के अधिकारियों के मुताबिक ऐसी प्राथमिक व माध्यमिक शालाएं बंद नहीं हो पाएंगी जिसमें बच्चों को रेल पटरी व नेशनल हाइवे की सड़क पार नहीं करके स्कूल पहुंचना पड़ रहा है। क्योंकि रेल पटरी व सड़क पार करते समय विद्यार्थियों के साथ हादसा होने का अंदेशा बना रहता है।
ब्लॉक स्कूलों की संख्या
बड़वारा 09
बहोरीबंद 19
ढीमरखेड़ा 12
कटनी 12
रीठी 07
विजयराघवगढ़ 21
खास-खास
-20 व इससे सेे कम छात्र संख्या वाली प्राथमिक स्कूलों को किया जाएगा बंद।
-10 से इससे कम छात्र संख्या वाली माध्यमिक स्कूलें होंगी बंद।
-पहले चरण में 10 व इससे कम स्कूलों को किया जाएगा बंद।
-1295 जिलेभर में हैं सरकारी प्राथमिक स्कूल।
-528-जिलेभर में हैं माध्यमिक सरकारी स्कूल।
-1324-इससे पहले जिलेभर में संचालित थी प्राइमरी स्कूल।
-80 स्कूलों की जो सूची पोर्टल से निकाली गई है, उसका बीआरसी के माध्यम से सत्यापन कराया जाएगा। इस आधार पर स्कूलों की संख्या घट व बढ़ भी सकती है।
-10 व 20 से कम छात्रसंख्या वाली स्कूलों को बंद कराने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। स्कूलों का चिन्हांकन भी कर लिया गया है। प्रस्ताव तैयार कर अनुमति के लिए भोपाल भेजा जाएगा।
बीबी दुबे, प्रभारी डीपीसी।