इस पर शांति समिति के सदस्यों ने कहा कि सीएम शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि 6 फीट के ऊपर की मूर्ति स्थापित नहीं की जा सकती है। ऐसे में कई मूर्तियां छह फीट के ऊपर तैयार की गई हैं उनका क्या होगा। इस दौरान सदस्यों ने आड़े हाथों लिया कि अभी प्रदेश के कई विधानसभा में उप चुनाव हो रहे हैं कई सभाएं हो रही है। जहां पर किसी भी प्रकार से नियमों का पालन नहीं हो रहा।
भंडारे का नहीं होगा आयोजन
इन जगहों पर हजारों की संख्या में भीड़ एकत्रित हो रही है। धार्मिक भावनाओं को लेकर इस तरह के निर्णय उचित नहीं है। एसडीएम ने कहा कि किसी भी पंडाल वा मंदिर में 10 लोगों से ज्यादा की उपस्थिति नहीं रहेगी। सिर्फ 11 कलश की स्थापना होगी। किसी भी दुर्गा पंडाल में भंडारे का आयोजन नहीं होगा। साथ ही प्रसाद का वितरण भी नहीं होगा। साथ ही प्रतिमाओं का विसर्जन 11 निर्धारित कृत्रिम कुंडों में कराए जाने का निर्णय लिया गया है।
डीजे पर भी प्रतिबंध
नवरात्रि के दौरान जुलूस भी नहीं निकलेगा। डीजे पर भी प्रतिबंध रहेगा। नशा करके कोई भी प्रतिमा के पास नहीं जाएगा ऐसा पाए जाने पर वैधानिक कार्रवाई होगी। इस दौरान एसडीएम बलवीर रमण, तहसीलदार मुनव्वर खान, एसपी शशिकांत शुक्ला, कोतवाली टीआई विजय विश्वकर्मा, जालपा मढिया के पुजारी पुजारी लालजी पंडा, राज किशोर अग्रवाल, अजय सरावगी, रमाशंकर दीक्षित, संजय गुप्ता, मारू अहमद, मयंक गुप्ता, पूजा मिश्रा ओम प्रकाश द्विवेदी सहित अन्य सदस्यों की उपस्थिति रही।