कालापीपल में पदस्थ है एसडीओ बेटा
बूढ़े माता-पिता को छोड़ने का आरोप जिस एसडीओ बेटे पर लग रहा है उनका नाम सुशील कुमार पटेल है जो अभी शाजापुर के कालापीपल में एसडीओ के पद पर पदस्थ हैं। एसडीओ सुशील पटेल पर उनके ही छोटे भाई की पत्नी ने आरोप लगाया है कि दो साल पहले जेठ जी बड़े प्यार से मां को अपने साथ ले गए थे और अब जब उनका पैसा, जेवरात और जायदाद सब ले लिया तो वापस यहां पर छोड़ गए हैं। इतना ही नहीं बूढ़ी मां के शरीर पर चोट के निशान होने की बात भी छोटे भाई की पत्नी ने कही है। उन्होंने जेठ पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि जेठजी के बच्चे यहां तक कहते हैं कि बूढ़ी मां को यहां पर मत रखो कहीं पर भी फेंक आओ नहीं तो हम घर पर नहीं रहेंगे। उसका ये भी कहना है कि हम वैसे ही आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं पिताजी की जैसे तैसे सेवा करते थे अब मां भी आ गई हैं कैसे दोनों की सेवा करेंगे।
एसडीओ पर बहन ने भी लगाए आरोप
बुजुर्ग मां को बेरोजगार छोटे भाई के भाई छोड़ने आई एसडीओ की बहन गुड्डन ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि बार-बार उन्होंने भाई से बूढ़ी मां को न भेजने की बात कही थी लेकिन भाई ने एक नहीं सुनी और धमकी देकर मुझे अपनी पत्नी के साथ मां को यहां पर छोड़ने के लिए भेज दिया। भाई के बच्चे बूढ़ी मां को घर में नहीं रखना चाहते हैं और बार-बार ताने देते हैं।
बुजुर्ग पिता ने कहा- एक रूपया नहीं देता बेटा
एसडीओ बेटे के मां को वापस घर भेजने पर बूढ़े पिता कुंजीलाल का गुस्सा भी फूट पड़ा। उन्होंने गुस्से भरे लहजे में कहा कि एक बहू जैसे तैसे मेरी सेवा करती है अब दूसरे बेटे ने मां को यहां क्यों भेज दिया। बहू कैसे दोनों की सेवा करेगी ? बेटा एसडीओ है लाख डेढ़ लाख रुपए महीना कमाता है लेकिन एक रुपए भी नहीं भेजता, ये नहीं सोचता कि बूढ़े मां-बाप कैसे गुजारा करेंगे, एक रूपए भी नहीं देता है।
पड़ोसियों ने भी किया विरोध
जैसे ही बुजुर्ग मां को लेकर एसडीओ की पत्नी और बहन कटनी में घर छोड़ने पहुंचे तो मोहल्ले के लोगों ने भी उनका विरोध किया और गाड़ी को वापस इंदौर लौटा दिया। पुलिस को भी सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची सभी को कोरोना की जांच के लिए अस्पताल पहुंचाया।
एसडीओ की तरफ से अभी इस मामले में कोई बयान सामने नहीं आया है। सरकारी अधिकारियों का अपने मां बाप को प्रताड़ित करने का ये कोई पहला मामला नहीं है। पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके है, लेकिन इस कोरोना काल मे वृद्ध मां को इस तरह परेशान करने का मामला बेहद शर्मनाक है, क्योंकि हाल ही में देश के मुखिया पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी वृद्धों की सेवा करने की अपील की थी । उसके बाद भी प्रशासनिक अधिकारी अपनी बेशर्मी से बाज नहीं आ रहे।