पुराने आरटीओ कार्यालय में भी मिला सिर्फ एक व्यक्ति
बस स्टैंड की रसोई के कर्मचारी ने कहा कि खाना कम पडऩे पर चौपाटी के पास से मंगाया जाता है। यहां पर दीनदयाल की रसोई का प्रमुख केंद्र है। यहां पर भी प्रतिदिन 300 से अधिक लोगों को भोजन कराने का दावा किया जा रहा है। पत्रिका टीम जब पुराने परिवहन कार्यालय में बनी दीनदयाल की रसोई में दोपहर 1 बजकर 35 मिनट पर पहुंची तो सिर्फ एक व्यक्ति खाना खाते मिला और 15 जूठी थालियां धुलने के लिए पड़ी हुई थीं।
जानकारी मांगने पर सामने आई हकीकत
दीनदयाल की रसोई में एक कर्मचारी ने बताया कि अभी तक 200 के ऊपर लोगों ने खाना खा लिया है, डेढ़ सौ से अधिक लोग और आने की संभावना है। कई बार तो साढ़े तीन सौ के ऊपर संख्या चली जाती है। अब टोकन नहीं देते हैं, मोबाइल में पोर्टल पर खाना जाने वाले व्यक्ति की जानकारी अपलोड करते हैं। एक अन्य कर्मचारी पहुंची और कहा कि 40 से 50 लोग खाना खाकर जा चुके हैं। थोड़ी ही देर में ठेकेदार दीपक मिश्रा पहुंचे और उन्होंने कहा कि डेढ़ सौ लोग खाना खा चुके हैं। किसी के पास वास्तविक आंकड़ा नहीं था कि आखिर कितने लोगों ने खाना खाया है।
नहीं दिखा मॉनीटरिंग का कोई सिस्टम
दीनदयाल की रसोई में लोगों को क्या खाना खिलाया जा रहा और कितने लोगों को खिलाया गया इसकी नगर निगम व प्रशासन द्वारा कोई निगरानी नहीं हो रही। नगर निगम के सिटी मिशन मैनेजर यश रजक नोडल अधिकारी बनाए गए हैं। जब पत्रिका ने इनसे बात की तो कहा कि प्रतिदिन निगरानी नहीं हो पाती, कभी-कभार देख लेते हैं। ठेकेदार दीपक मिश्रा के द्वारा जो बिल पेश किया जाता है वह पूरा पास नहीं किया जाता। उसमें हम कुछ कटौती कर देते हैं। अभी तीन माह का भुगतान रुका हुआ है। केंद्र में बमुश्किल 50 से 100 व्यक्ति के लिए ही खाना बना था। कर्मचारियों ने कहा कि लोग नहीं आते तो खाना फेंकना पड़ता है, इसलिए कम बनाते हैं।
ऐसे समझें खर्च का गणित
इस योजना के तहत ठेकेदार मिश्रा द्वारा 10 रुपए भोजन करने वाले से लिया जा रहा है। इसके बाद 5 रुपए प्रति व्यक्ति नगर निगम से भुगतान प्राप्त किया जा रहा है। सरकार के द्वारा खाद्यान अलग से दिया जाता है। प्रति व्यक्ति के मान से 40 ग्राम चावल व 100 ग्राम के मान से गेहूं दिया जा रहा है।
खास-खास
- साढ़े छह सौ से अधिक लोगों को प्रतिदिन भोजन कराने का दावा कर रहे ठेकेदार, मौके पर मिले दो।
- नगर निगम के अनुसार दोनों केंद्र मिलाकर ढाई सौ लोग ही खा रहे खाना, बिल के समय ही होती है निगरानी।
- सुबह 10 बजे से लेकर 3 बजे तक लोगों को कराया जाता है भोजन, ढाई सौ लोगों की है एक केंद्र में लिमिट।
- शनिवार को कितने लोगों ने दोनों केंद्र में दोपहर डेढ़ बजे तक खाया है खाना, नहीं रही ठेकेदार के पास जानकारी।
- बस स्टैंड के रैन बसेरा में बनी दीनदयाल की रसाई में लगे हैं सिर्फ दो टेबल, पानी का भी नहीं रहता इंतजाम।
- चौपाटी समीप बने केंद्र में नहीं हैं कोई व्यवस्था, बारिश का भर रहा पानी, रसोई के प्लेटफार्म व खाने में गिरता है पानी।
- बारिश से भट्टी व सामग्री को बचाने में जुटे रहे केंद्र के कर्मचारी, पूरे परिसर में बहता रहा पानी।
- कटनी में 26 फरवरी 2021 से चल रही है पं. दीनदयाल की रसाई योजना, जमकर चल रहा घालमेल।
वर्जन
दीनदयाल की रसोई में जरुरतमंदों को 10 रुपए में भरपेट भोजन कराए जाने की योजना है। प्रतिदिन कितने लोगों को भोजन कराया जा रहा है, इसकी रिकॉर्ड संधारित हो रहा होगा। यदि मनमानी चल रही है तो इसकी जांच कराएंगे। सिटी मिशन मैनेजर इसकी निगरानी कर रहे हैं उनसे भी पूछताछ की जाएगी।
सत्येंद्र सिंह धाकरे, आयुक्त नगर निगम।