पुलिस विभाग में ऐसी होती डॉग की पदस्थापना
विस्फोटकों की जांच व किसी आपराधिक घटना में सुराग लाने के काम में लाए जाने वाले डाग स्क्वायड में शामिल कुत्तों को कड़ा प्रशिक्षण दिया जाता है। एक कुत्ते को ट्रेंड करने में सरकार के लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं। नौ माह का प्रशिक्षण दिया जाता है। कुत्ते को इस तरह से ट्रेनिंग दी जाती है कि वह हर परीक्षा में पास हो जाए। इसके बाद ही उसे जिले के लिए आवंटित किया जाता। बतादें कि कुत्तों का तबादला 10 साल में किया जाता है। इस बार प्रदेश सरकार ने सात साल में किया है। प्रशिक्षक मकसूद खान ने बताया कि जिया 9 साल की हो गई है। जबकि डोना की उम्र 10 साल की हो गई। इधर, अचानक से हुए तबादले के बाद डॉग हैंडलर भी परेशान। हैंडलरों का कहना है कि तबादला होने के बाद अब फिर से नई जगह में बच्चों का दाखिला कराना पड़ेगा। परेशानी होगी।