खनिज व प्रशासनिक अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान
श्रीजी कंपनी द्वारा शुरुआत दौर से ही मनमाना खनन किया जा रहा है। मामला अधिक उछलने पर खनिज विभाग सिर्फ दिखावे की कार्रवाई करता है। नए गल्र्स कॉलेज बिल्डिंग के सामने, द्वारा सहित कैलवारा कलां में कार्रवाई की औपचारिकता की गई है। करोड़ों रुपये की मुरम-मिट्टी खोदने में दो-चार लाख रुपये की पैनाल्टी लगाकर कोरम पूरा किया जा रहा है। इस मामले में न तो खनिज अधिकारी और ना ही क्षेत्रीय अधिकारी ध्यान दे रहे। ग्रामीणों की मानें तो प्रशासनिक अधिकारी भी सबकुछ जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं।
जनपद अध्यक्ष के विरोध पर हुई थी कार्रवाई
श्रीजी कंपनी की मनमानी इस कदर बढ़ गई है कि जहां देखो वहां पर खनन करते हुए खाई बना दी जा रही है। विगत माह ग्राम कैलवारा कलां में बिना अनुमति के खनन हो रहा था। ग्रामीणों को समस्या हुई तो उन्होंने जनपद अध्यक्ष कन्हैया तिवारी को समस्या बताई। जनपद अध्यक्ष मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को बुलवाकर कार्रवाई कराई। इस दौरान 9 हाइवा समेत एक जेसीबी मशीन जब्त की गई थी।
यहां की है अनुमति
बता दें कि श्रीजी कंपनी को खनन करने के लिए दो स्थानों पर अनुमति दी गई है। मतवारी गांव के खसरा नंबर 104 में 7 हेक्टेयर और 355 नंबर खसरे में 7 हेक्टेयर मुरम खनन की अनुमति है, लेकिन कंपनी द्वारा जहां मन हो रहा है, वहां पर खनन किया जा रहा है।
ग्रामीणों ने बताई समस्या
गांव में लगातार कंपनी द्वारा अवैध तरीके से मनमाना खनन किया जा रहा है। कभी सरकारी रकबे में तो कभी निजी रकबे में खनन हो रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इसकी न तो जांच कर रहे और ना ही ध्यान दे रहे।
ंसंदीप तिवारी, स्थानीय नागरिक।
श्रीजी कंपनी द्वारा कई माह से मनमाना खनन किया जा रहा है। पहले मतवारी गांव में जमकर खनन किया गया और अब ढुढऱी में मनमानी चल रही है। खनिज व प्रशासनिक अधिकारियों की सांठगांठ ये यह पूरा खेल चल रहा है।
कोमल चौधरी, स्थानीय नागरिक।