कटनी

ताकि न हो कोई बच्चा कुपोषित, इसके करना होगा ये उपाय

जिले को कुपोषण से मुक्त करने की यहां बनी रणनीति

कटनीMar 06, 2019 / 07:47 pm

sudhir shrivas

karyashala

कटनी। बच्चा हर मां-बाप के लिए दुनिया की सबसे अनमोल दौलत होते हैं। पर यदि ये बच्चा स्वस्थ और तंदरुस्त न रहे तो हर परिवार के लिए ये सबसे बड़ी चिंता की वजह भी बन सकता है। कुपोषण हमारे समाज को खोखला कर रहा है। इसे जड़ से मिटाने के लिए सभी स्नेह सरोकारियों को आगे आना होगा। सभी की सहभागिता से ही हम अपने जिले को कुपोषण से मुक्त कर पाएंगे। यह बात महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा द्वारका भवन में आयोजित जिला स्तरीय स्नेह सरोकार सम्मेलन के दौरान अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष ममता पटेल ने कही।
उन्होंने कहा कि जिले को कुपोषण से मुक्त करके पूरे प्रदेश में एक मिसाल स्थापित करना होगी। जनपद पंचायत अध्यक्ष कन्हैया तिवारी ने कहा कि कुपोषण को दूर करने के लिए ग्राम पंचायत के पदाधिकारियों को भी जवाबदारी सौंपी जा रही है और सभी मिलकर काम करेंगे। इससे पहले अतिथियों ने पूजन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रतिभा पांडेय ने योजना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा अतिकम वजन के बच्चों को सुपोषित बनाने, समाज के जागरूक नागरिकों व जनप्रतिनिधियों को कार्यक्रम से जोडऩे स्नेह सरोकार सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं। आंगनबाड़ी केन्द्रों में नियमित रूप से अतिकम वजन के बच्चों की देखभाल, स्वास्थ्य परीक्षण, पोषण आहार का वितरण किया जाता है।

कुपोषित बच्चों को गोद लेने वालों का सम्मान

कार्यक्रम में डॉ. ब्रम्हानंद जसूजा ने बताया कि उन्होंने बड़वारा के 286 बच्चों को एक वर्ष में स्वस्थ बनाने के लिए कार्य किया है। साथ ही डॉ. जसूजा ने 100 कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनको सुपोषित करने की बात कही। कार्यक्रम में बच्चों को गोद लेने वाले नागरिकों का सम्मान भी श्रीफल भेंट कर किया। इस दौरान कौशल्या देवी, अमित पटेल, जनपद सदस्य वाजिद खान, नेहा पटेल, कन्हैया रजक सहित जनप्रतिनिधि, समाजसेवी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान पोषण आहार प्रदर्शनी भी लगाई गई।

Hindi News / Katni / ताकि न हो कोई बच्चा कुपोषित, इसके करना होगा ये उपाय

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.