कटनीPublished: Oct 10, 2018 08:00:31 pm
mukesh tiwari
कार्यालय की फाइलों को लोकेटर सिस्टम से जोडऩे का शुरू हुआ काम, लगाए जा रहे टैग
Software will trace the location of files
कटनी. नगर निगम में अब गायब होने वाली फाइल खुद ही बताएगी कि वह कहां पर रखी है। फाइलों के चोरी या गायब होने के मामलों के सामने आने के बाद उनको अब लोकेटर सिस्टम से जोडऩे का काम कराया जा रहा है। जिसमें लगे टैग नंबर के आधार पर फाइल के न मिलने पर उसे सर्च किया जा सकेगा। लोकेटर बताएगा कि फाइल किस स्थान रखी है। इसको लेकर नगर निगम में साफ्टवेयर कंपनी ने काम शुरू कर दिया है और उसे पूरी तरह से चालू करने के लिए तीन माह का समय निर्धारित किया गया है। कंपनी के अनुसार प्रदेश में लोकेटर सिस्टम लागू करने वाला कटनी नगर निगम पहला निकाय है। लोकेटर में कौन सी फाइल मौजूद नहीं है, वह भी नंबर के माध्यम से पता चल सकेगा।
एक हजार फाइलों पर काम
नगर निगम ने लगभग ढाई लाख रुपये की लागत से फाइल ट्रेकिंग लोकेटर सिस्टम लगाने का काम भोपाल की कंपनी को दिया है। पहले चरण में विकास कार्य व अन्य महत्वपूर्ण फाइलों को इसमें शामिल किया गया है, जिनकी संख्या एक हजार है। सिस्टम के काम शुरू करने के बाद अन्य फाइलों को भी इससे जोड़ा जाएगा।
ऐसे पकड़ी जाएंगी फाइलें
अभी तक फाइलों के गायब होने पर संबंधित कर्मचारी की जवाबदेही तय नहीं हो पाती थी। सिस्टम में फाइलों को एक नंबर देकर छोटी सी चिप में उसे इंस्टाल कर फाइल में ही छिपाया जाएगा। जिसकी जानकारी लोकेटर पर होगी। जिसमें अधिकारी लोकेटर से जान सकेंगे की संबंधित नंबर की फाइल कहां रखी है। लोकेटर ३० मीटर तक की रेंज बताएगा। यदि कार्यालय में फाइल नहीं मिलती है तो लोकेटर को विभाग के संबंधित लिपिक, ठेकेदार या अन्य कर्मचारी के घर के आसपास तक ले जाने पर फाइल के रेंज में आते ही तेज बीप बजना शुरू हो जाएगी।
खास बातें-
– टैग नंबर की डिवाइस से पकड़ेगा लोकेटर
– तीन माह में पूरा होना है काम
– एक हजार फाइलों में लगेंगे डिवाइस
– 30 मीटर के रेंज तक लोकेशन होगी ट्रेस
– जरूरत पडऩे पर संबंधित विभाग के कर्मचारियों, ठेकेदारों के घरों तक हो सकेगी सर्चिंग
– रेंज में आने पर लोकेटर देगा बीप
इनका कहना है…
नगर निगम में गायब होने वाली फाइलों को ट्रेस करने के लिए फाइल ट्रैकिंग सिस्टम से जोडऩे का काम प्रारंभ कराया गया है। जिसमें लोकेटर से आसानी से फाइलों की जानकारी मिल सकेगी। तीन माह का समय निर्धारित किया गया है और पहले चरण में एक हजार फाइलों में सिस्टम लगाया जा रहा है। कटनी संभवत इस तरह का सिस्टम लागू करने वाला पहला निगम होगा।
अशफाक परवेज, उपायुक्त नगर निगम कटनी