हालांकि रजिस्ट्री के दौरान दस्तावेज लेखन के समय क्रेता से ली जाने वाली अतिरिक्त राशि को लेकर कटनी के रजिस्टार नवमीदास चौकीकर ऐसा नहीं हो की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि यहां किसी साहब के नाम पर राशि लेने की बात नहीं कही गई है। अगर कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बहरहाल शहर में रजिस्ट्री के दौरान क्रेता व विक्रेता से अतिरिक्त राशि लेने का सिलसिला जारी है। अगर किसी मामले में लोग राशि देने में अस्मर्थतता जताते हैं तो उन्हे सीधे तौर पर कहा जाता है कि साहब स्पॉट पर जाएंगे और इसके बाद रजिस्ट्री में गाइडलाइन अनुसार राशि बढ़ सकती है। या फिर रजिस्ट्री में विलंब हो सकता है। चूकि जमीन की रजिस्ट्री के दौरान एक साथ क्रेता और विक्रेता का खड़े होना मुश्किल होता है और इस कारण जब दोनों पक्ष रजिस्ट्री के लिए पहुंच जाते हैं तब साहब के नाम पर ये लोग तीन हजार रुपए अतिरिक्त देने विवश हो जाते हैं।