शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के वे लोग जो किसी कारणवस स्नातक की पढ़ाई नही कर पाए है। डिग्री नही होने की वजह से काम बाधित हो रहा हो। इसके साथ ही अधिक से अधिक लोग समाज सेवा के कार्य से जुड़े। इसको देखते हुए साल 2015-16 में प्रदेश में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय द्वारा संचालित समाज कार्य में स्नातक पाठ्यक्रम लागू हुआ। जन अभियान परिषद को इसकी जिम्मेदारी दी गई। पाठ्यक्रम लागू होने के बाद प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष में 500 से अधिक लोग पढ़ाई कर रहे हैं। इस बीच शिक्षण सत्र 2019-20 को लेकर प्रदेश सरकार ने नीति में बदलाव किया। जनअभियान परिषद की जगह उच्च शिक्षा विभाग को कार्यक्रम के संचालन की जिम्मेदारी दी। शासकीय तिलक कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि अतिथि विद्वानों के माध्मय से पढ़ाई कराई जाएगी। उनकी अनुपस्थिति में नियमित शिक्षक पढ़ाई कराएंगे।
4 साल से स्कूलों में चल रही थी कक्षाएं:
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत समाज कार्य में स्नातक पाठ्य क्रम की कक्षाएं पिछले चार साल से स्कूलों में चल रही थी। जिले के छह ब्लॉकों की उत्कृष्ट स्कूलों में केंद्र बनाया गया था। सुबह 10.30 से शाम 5 बजे तक हर रविवार को कक्षाएं संचालित होती थी।
जिले के पांच कॉलेजों को बनाया गया हैं केंद्र:
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत संचालित समाज कार्य स्नातक पाठ्यक्रम के लिए जिले के पांच कॉलेजों को केंद्र बनाया गया है। इसमें शासकीय तिलक महाविद्यालय, शासकीय महाविद्यालय बड़वारा, शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा, शासकीय महाविद्यालय बहोरीबंद व शासकीय महाविद्यालय विजयराघवगढ़ शामिल हैं।
रविवार से शुरू होंगी कक्षाएं:
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता योजना के तहत समाज कार्य में स्नातक पाठ्यक्रम की कक्षाएं स्कूलों की वजाय अब महाविद्यालयों में लगेंगी। उच्च शिक्षा विभाग ने जिले के पांच कॉलेजों को केंद्र बनाया है। इसी रविवार से कक्षाएं लगना शुरू हो जाएंगी।
डा. चित्रा प्रभात, प्रभारी प्राचार्य, शासकीय तिलक महाविद्यालय।