scriptईंट के ऊपर धान का भंडारण, 29 दिन बाद भी कलेक्टर के निर्देश पर अमल नहीं | Storage of paddy over brick, Collectors instructions not implemented | Patrika News

ईंट के ऊपर धान का भंडारण, 29 दिन बाद भी कलेक्टर के निर्देश पर अमल नहीं

locationकटनीPublished: Feb 11, 2020 01:11:48 pm

मझगवां और पहरुआ कृषि मंडी मेंं कच्चे ओपन कैप में हो रहा 10 हजार मीट्रिक टन धान का भंडारण

Storage of paddy over brick in Mazhagwan open cap.

मझगवां ओपन कैप में ईंट के उपर धान का भंडारण.

कटनी. समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के बाद भंडारण को लेकर उचित प्रबंधन नहीं होने से खराब होने की आशंका जताई जा रही है। जिले के मझगवां और पहरुआ मंडी स्थित ओपन कैप में ईंट के ऊपर धान का भंडारण किया जा रहा है। कच्चा ओपन कैप की उंचाई अधिक नहीं होने से बारिश होने पर धान खराब होने की आशंका जताई जा रही है। दोनों ही स्थानों पर 10 हजार मीट्रिक टन धान का भंडारण कच्चे ओपन कैप में होगा। खासबात यह है कि बहोरीबंद में 30 हजार मीट्रिक टन क्षमता के ओपन कैप का निर्माण कार्य चल रहा है।
In the tour on 8 January, the Collector gave instructions to make an open cap soon.
8 जनवरी को दौरे में कलेक्टर ने जल्द ओपन कैप बनाने के दिए थे निर्देश. IMAGE CREDIT: Raghavendra

8 जनवरी को इसके निरीक्षण पर पहुंचे कलेक्टर एसबी सिंह ने 26 जनवरी तक निर्माण पूरा करने की बात कही थी। कलेक्टर के निर्देश को ठेकेदार और विभाग के अधिकारियों नें गंभीरता से नहीं लिया। निर्देश के 29 दिन बाद 5 फरवरी तक निर्माण पूरा नहीं होने के बाद धान का ईंट के उपर भंडारण करने की नौबत आई। अब जिम्मेंदार विभाग के अधिकारी इस बेपरवाही पर बैकफुट पर हैं। ईंट के ऊपर धान भंडारण कर फौरन पॉलीथीन से ढंकने के निर्देश दिए हैं।

बहोरीबंद में चल रहे ओपन कैप निर्माण में ठेकेदार 30 मीट्रिक टन क्षमता का ओपन कैप समय पर तैयार नहीं कर सका है। इधर 50 हजार क्षमता का ओपन बनाने की बात कलेक्टर ने कही है। बताया जा रहा है कि निर्माण में लापरवाही पर अब विभाग के कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जा रहा है।

जिलेभर में 2 लाख 57 हजार मीट्रिक टन रिकॉर्ड धान की खरीदी हुई है इस सीजन समर्थन मूल्य पर। इसके लिए धान खरीदी के 61 केंद्र बनाए गए, भंडारण के लिए उचित इंतजाम नहीं होने के कारण कई खरीदी केंद्रों में खुले में धान पड़ा है। 38 हजार मीट्रिक टन धान भंडारण के लिए जगह की कमी है। इसमें से कटनी, बरही और मुहास मंडी में धान भंडारण के निर्देश एक सप्ताह पहले कलेक्टर ने दिए थे।

इंतजाम नहीं होने से पूरे अनाज का भंडारण नहीं हुआ। ईंट के उपर लगभग 10 हजार मीट्रिक टन धान भंडारित करने की तैयारी है। बारिश होने पर धान के खराब होने की आशंका है। स्टेट वेयर हाउस कार्पोरेशन के डीके हवलदार बताते हैं कि बहोरीबंद में ओपन कैप निर्माण में ठेकेदार ने लापरवाही बरती है। इस मामले में कार्रवाई के बारे में रीजनल मैनेजर और इंजीनियर को ज्यादा जानकारी होगी।

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