पैरेंट्स को बताएं परेशानी
शिक्षक रचना तिवारी का कहना है कि परीक्षार्थियों को अपनी सारी बातें अभिभावकों से साझा करनी चाहिए। हर दो घंटे पर पढ़ाई के बाद ब्रेक लें। इस दौरान जो भी डर या पढ़ाई का टेंशन हो, उसे माता-पिता से जरूर साझा करें। इससे विश्वास बढ़ेगा।
याद रखने के लिए भूलना जरूरी है
शिक्षक सरमन तिवारी का कहना है कि कई छात्रों ने पढऩे के बाद भूल जाने की शिकायत की। याद करना और भूल जाना एक नॉर्मल प्रक्रिया है। यह दो तरह से होता है। एक हम तुरंत भूल जाते हैं और दूसरा कई दिनों तक याद रहता है। लेकिन हम जिसे प्यार करते हैं वो हमेशा याद रहता है। इस कारण पढ़ाई से प्यार करें, कभी नहीं भूलेंगे।
क्वेश्चन पेपर को ध्यान से पढ़ें
शिक्षक माला उपाध्याय का कहना है कि एग्जाम हॉल में जब आपको क्वेश्चन पेपर दिया जाए तो सबसे पहले उसे अच्छे से पढ़ लें। पेपर में दिए गए निर्देशों को पढऩा बेहद जरूरी होता है। पेपर के सबसे आसान सवाल जो आपको अच्छे से आते हैं, उन्हें पहले करे। जिन क्वेश्चन का जवाब नहीं आता है उसे पहले करने में समय खराब न करें। ऐसा करने से जो सवाल आपको आते हैं, वो भी छूट सकते हैं।