छात्राओं को होती है परेशानी
महमूद खान ने बताया कि स्कूल में छात्राएं भी पढऩे जाती हैं। हाल ही में स्कूलों में परीक्षाओं का आयोजन होने वाला है। इसके अलावा निदानात्मक के लिए भी बच्चे पहुंचते हैं, 10 दिसंबर से अर्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन होना है, यहां पर बड़ी संख्या में मजदूर घूमते हैं। पूरे परिसर में कपड़े व नशे की सामग्री पड़ी होती है, जिससे उनके मन में डर बना है कि इस व्यवस्था के बीच वे स्कूल में कैसे बैठेंगे। नगर के लोगों ने बताया कि दो-तीन सौ मजदूर स्कूल ठहरे हैं, जिसके चलते उन्हें खासी परेशानी होती है।
इनका कहना है
स्कूल में एक अतिरिक्त हॉल है वहां पर मजदूरों को ठहराया गया है। मैं थोड़ा बाहर चला गया था, फिर भी यदि वहां मजदूर ठहरे हैं तो उसे दिखवा लेते हैं। बच्चों को परेशानी न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा। मैंने तत्काल चैक करवाया है तो बताया गया है स्कूल को खाली करा दिया गया है।
एचपी सिंह, व्यवस्थापक, एसीसी कैमोर।