जिलेभर वित्तीय वर्ष 2019-20 में 22 हजार 779 किसानों ने 15 लाख 25 हजार 320 क्विंटल गेहूं बेचा है। कांग्रेस पार्टी किसानों को गेहूं पर बोनस का वचन पूरा करेगी तो राज्य सरकार द्वारा किसानों को प्रति क्विंटल 165 रुपये बोनस दिया जाएगा। इसमें जिलेभर के 22 हजार से ज्यादा किसानों को 25 करोड़ 16 लाख 77 हजार 8 सौ रुपये का लाभ होगा। कृषि विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि किसानों को प्रति क्विंटल 165 रुपये बोनस निर्देश मिलते ही वितरण की तैयारी शुरू कर देंगे।
इस संबंध मेंं कृषि विभाग के उपसंचालक एके राठौर बताते हैं कि किसानों को प्रति क्विंटल 165 रुपये बोनस की चर्चा पूर्व में थी, लेकिन इस संबंध में किसी प्रकार के निर्देश अभी प्राप्त नहीं हुए हैं।
2018-19 में 20 हजार किसानों ने बेचा था 15 लाख क्विंटल गेहूं
समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या जिले में बीते वर्षों के दौरान भी पर्याप्त रही है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिलेभर में 20 हजार 570 किसानों ने 15 लाख 18 हजार 170 क्विंटल गेहूं बेचा था। तब तत्तकॉलीन सरकार ने बिक चुके गेहूं पर दो सौ रुपये प्रोत्साहन राशि के रुप में बोनस बांटी थी। इससे पहले अगस्त-सितंबर 2018 में विधानसभा चुनाव पूर्व तत्कॉलीन शिवराज सरकार ने गेहूं पर बोनस बांटा था। किसानों का कहना है कि जब उस समय बोनस पर केंद्र ने रोक नहीं लगाई तो अब रोक क्यों?
समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने वाले किसानों की संख्या जिले में बीते वर्षों के दौरान भी पर्याप्त रही है। वित्तीय वर्ष 2018-19 में जिलेभर में 20 हजार 570 किसानों ने 15 लाख 18 हजार 170 क्विंटल गेहूं बेचा था। तब तत्तकॉलीन सरकार ने बिक चुके गेहूं पर दो सौ रुपये प्रोत्साहन राशि के रुप में बोनस बांटी थी। इससे पहले अगस्त-सितंबर 2018 में विधानसभा चुनाव पूर्व तत्कॉलीन शिवराज सरकार ने गेहूं पर बोनस बांटा था। किसानों का कहना है कि जब उस समय बोनस पर केंद्र ने रोक नहीं लगाई तो अब रोक क्यों?