यह है केंद्रों की स्थिति
जिले के सात एनआरसी केंद्र की क्षमता प्रतिमाह 160 बच्चों को भर्ती करने की है। विशेष अभियान के तहत अब प्रथम पखवाड़े के लिए 88 बच्चों का उपचार शुरू हो गया है। जिला अस्पताल के एनआरसी में 20 बच्चों के एवज में 21 बच्चे, बड़वारा में 10 की जगह 11, बहोरीबंद में 10 की जगह 10, पानउमरिया में 10 की जगह 11, बरही में 10 की जगह 11, रीठी में 10 की जगह 12 बच्चे व विजयराघवगढ़ में 10 की जगह 12 बच्चे भर्ती हुए हैं। 14 दिन में ठीक होने के बाद अगले 80 बच्चों का एडमिशन होगा।
खास-खास:
– 3 हजार से अधिक कम वजन के हैं बच्चे।
– 2 हजार से अधिक बच्चे अति कुपोषित हैं।
– हेल्थ की रिपोर्ट में 70 प्रशित बच्चे हो रहे ठीक।
– जिलेभर में 63 सुपरवाइजर हैं कार्यरत।
इनका कहना है
सभी सुपरवाइजरों और विभागीय अधिकारी कर्मचारियों को कुपोषण दूर करने में फोकस करने निर्देश दिए गए हैं। सभी एनआरसी केंद्रों में व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया गया है। कोताही बरतने पर प्रथम दो गलती में सुपरवाइजरों का वेतन कटेगा और तीसरी गलती पर सस्पेंड कर दी जाएंगी। सभी बच्चों को शीघ्र सुपोषित किया जाएगा।
नयन सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग।