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टू इन वन मास्क, कोरोना से बचाव भी और पढ़ाई भी…

locationकटनीPublished: Sep 19, 2020 03:10:58 pm

Submitted by:

Shailendra Sharma

कोरोना संकट काल में शिक्षक का नवाचार, बच्चों की पढ़ाई का जरिया बने फेस मास्क..

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कटनी. कोरोना काल में लोगों का जिंदगी को जीने का तरीका बदल गया है और कई लोगों ने इस कोरोना काल में ऐसे नवाचार किए हैं जिनकी चर्चा हर तरफ हो रही है। ऐसे ही एक नवाचार के बारे में हम आपको बताते हैं जो किया है कटनी जिले के बड़गांव जिले के एक शिक्षक ने। शिक्षक अजय सोनी ने कोरोना से बचाव के लिए सबसे जरुरी बताए जाने वाले मास्क को ही बच्चों की ‘किताब’ बना डाला जिससे बच्चों का कोरोना से बचाव तो हो ही रहा है साथ ही साथ बच्चे खेल-खेल में ज्ञान भी हासिल कर रहे हैं।

 

टीचर का कमाल, मास्क बने ‘किताब’
कटनी जिले के बड़गांव जन शिक्षा केन्द्र के प्राथमिक शाला लाटपहाड़ी में शिक्षक अजय सोनी के नवाचार की चर्चा इन दिनों जिले में और सोशल मीडिया पर जमकर हो रही है। चर्चा का कारण उनके द्वारा कोरोना काल में बच्चों को लगाए जान वाले मास्क को ही बच्चों की किताब बना देना है। दरअसल टीचर अजय सोनी ने बच्चों को खेल खेल में पढ़ाई करने का अनूठा प्रयोग किया और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए जाने वाले मास्क को ही बच्चों की किताब बना डाला। जी हां शिक्षक अजय सोनी ने बच्चों के मास्क पर दिन, महीने, हिन्दी, अंग्रेजी सहित अन्य विषयों की ऐसी छोटी छोटी जानकारी लिख दी जो उनकी कक्षाओं में उन्हें पढ़ाई जानी थी लेकिन कोरोना के कारण स्कूल बंद होने से पढ़ाई नहीं हो पाई। एक दूसरे के मास्क पर हिन्दी अंग्रेजी के अक्षर, दिन महीनों के नाम, विलोम शब्द, समानार्थी शब्द आदि लिखे होने से बच्चे खेल-खेल में ही इन्हें याद कर रहे हैं और कोरोना से बचाव के साथ साथ पढ़ाई भी कर रहे हैं। बच्चों को भी शिक्षक अजय सोनी का ये अनूठा प्रयोग काफी अच्छा लग रहा है।

 

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टीचर अजय के जज्बे को सलाम
शिक्षक अजय सोनी बच्चों की पढ़ाई को लेकर खासे जागरुक रहते हैं इससे पहले कोरोना काल में वो स्कूल बंद होने पर बच्चों को घर घर जाकर शिक्षा देने के लिए भी चर्चाओं में रहे हैं। सरकार के हमारा घर हमारा विद्यालय अभियान चलाए जाने पर टीचर अजय सोनी ने इस अभियान को भी शिद्दत से निभाया था और गांव में घरों में जाकर बच्चों को पढ़ाते थे। बच्चों के भविष्य को संवारने की शिक्षक अजय सोनी की ललक को इसी बात से समझा जा सकता है कि गांव में जहां भी बच्चे मिल जाते हैं वो बच्चों को पढ़ाना शुरु कर देते हैं। शिक्षक अजय सोनी बताते हैं कि विद्यालयों के बंद होने के कारण बच्चों की पढ़ाई पर इसका विपरीत असर न पड़े इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा आनलाइन शिक्षा व्यवस्था की योजना बनाई है, लेकिन जिन बच्चों के अभिभावकों के पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है उनके लिए समस्या हो जाती है। इसलिए हमारा घर- हमारा विद्यालय अभियान में बच्चों के घर व मोहल्ले में कक्षाएं लगाकर उनका कोर्स पूरा करवा रहे हैं और नवाचार के जरिए बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का प्रयास करते रहते हैं।