खबर के बाद उच्चाधिकारियों ने रविवार को नदी पर बनी सड़क तुड़वाने के निर्देश दिए। तहसीलदार एसएन त्रिपाठी, टीआइ राजेश दुबे, खनिज निरीक्षक सतीश मिश्रा, महेश नक्कुरे सहित जिला प्रशासन के अन्य कर्मचारियों ने नदी की धार पर बनी सड़क को तोड़वाना शुरू किया तो बड़ी संख्या में ग्रामीण और उनके साथ ग्रामीणों के वेशभूषा में रेत माफिया के गुर्गे भी पहुंच गए। सड़क तोडऩे का विरोध किया।
इन्होंने कहा कि सड़क से होकर अपने खेत तक पहुंचते हैं। इस पर अधिकारियों ने नदी में पानी ज्यादा नहीं होने और बिना सड़क ही आसानी से खेत तक पहुंचने की बात कही। फिर भी नहीं माने और सड़क तोडऩे का विरोध किया तो अधिकारियों ने समझाइश दी। पुलिस की मौजूदगी में सड़क तोड़वाया।
इस संबंध में प्रभारी खनिज अधिकारी खनिज विभाग संतोष सिंह ने बताया कि लोहरवारा रेत खदान के समीप उमड़ार नदी में बनी सड़क को तोड़वाने की कार्रवाई की गई। स्थानीय लोगों को समझाइश दी गई है कि इसे दोबारा नहीं बनाया जाए। पता लगाया जा रहा है कि सड़क किसने बनवाई थी।