खासबात यह है कि जांच प्रतिवेदन में दो टूक कहा गया है कि पुनर्वास की जमीन में अतिक्रमणकारियों को को विस्थापितों की श्रेणी में लिया जाना उचित नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि बुधवार को जिला प्रशासन द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण और कब्जा के अलग-अलग मामलों में कई कार्रवाई की गई।
पचास लाख की जमीन अतिक्रमण मुक्त
राजस्व, पुलिस और नगर निगम की संयुक्त टीम ने बुधवार को पचास लाख रूपये की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया। हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में प्रकाश बजाज द्वारा अतिक्रमण कर बनाए गए बाउंड्रीवाल तोड़ा गया।
एसडीएम बलबीर रमण ने बताया कि कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने निर्देश पर कार्रवाई के बाद अतिक्रमणकारी के खिलाफ थाने में एफआइआर दर्ज करवाई गई है। कार्रवाई के दौरान तहसीलदार मुनौव्वर खान, माधवनगर थाना प्रभारी संजय दुबे सहित नगर निगम का अमला मौजूद रहा।
नगर निगम से किराए पर दुकान लेकर बिना अनुमति किया निर्माण, सील
साधूराम स्कूल के समीप नगर निगम स्वामित्व की दुकान क्रमांक चालीस पर राहुल कुमार चेलानी द्वारा किए गए बिना अनुमति निर्माण के बाद नगर निगम द्वारा पहले आबंटन निरस्त किया गया और बुधवार को दुकान सील किया गया। यहां हुए मनमाने निर्माण पर राजेश नायक ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई थी। बताया जा रहा है कि नगर निगम द्वारा इस मामले को दो साल तक लटकाए रखा गया।
यह भी जानें
– बड़वारा में ग्रामवासियों के सहयोग व समन्वय से एक मंदिर को शिफ्ट कराया गया है। वहीं सड़क पर अतिक्रमण में आ रहे सरस्वती बाई पति श्यामलाल गुप्ता के मकान के अतिक्रमित हिस्से को भी तोड़ा गया।
– कृषि उपज मंडी के आगे इंद्रानगर में सरकारी जमीन पर धीरज निषाद द्वारा किया गया कब्जा हटाया गया। यहां पर दो टपरे रखवाकर अतिक्रमण किया गया था। कार्रवाई नायब तहसीलदार रविंद्र पटेल, अतिक्रमण निरीक्षण प्रशांत परौहा, कुठला पुलिस की उपस्थिति में हुई।
– नगर निगम द्वारा 4 मार्च को कई भवनों पर कार्रवाई को लेकर कार्यपालन यंत्री राकेश शर्मा द्वारा नोटिस जारी किया गया है। जयप्रकाश वार्ड कटनी में आवासीय भवनों में व्यवसायिक उपयोग के मामले में धर्मेंद्र माखीजानी, अनिल वाधवानी, दरयामल पंजाबी, अजीत साहू, मीरा देवी बजाज, अशोक बजाज सहित अन्य निर्माण पर कार्रवाई होगी।