पहले दिन पांच लोगों ने दिया प्रशिक्षण
महिलाओं से संबंधित अपराधों को लेकर पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहले दिन पांच अधिकारियों ने प्रशिक्षण दिया। इसमें एडीशनल एसपी संदीप मिश्रा ने पीडित व गवाहों को संरक्षण परामर्श, विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी। एसडीओपी विजयराघवगढ़ शिखा सोनी ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय एसएमडब्ल्यू के विभिन्न पहलुओं के समक्ष पैदा करना। एडीपीओ अभिषेक मेहरोत्रा ने लैगिंग अपराध क्या है। लैगिंग अपराधों एवं पॉक्सो एक्ट में हुए संसोधन एवं लैङ्क्षगक अपराधों की विवेचना में विवेचना अधिकारियों द्वारा की जाने वाली कार्रवाई। एफआइआर लेखन, क्रिमिनल लॉ 2013 और 2018 के संसोधन के बारे में बताया। वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. अवनीश कुमार डीएनए और अन्य वैज्ञानिक जांच के लिए सैंपल लेना, भेजना सहित अन्य जांच के बारे में जानकारी दी।
ये पुलिस अधिकारी रहे मौजूद
महिला थाना प्रभारी राखी पांडेय, उपनिरीक्षक सीके तिवारी, धीरज राज, प्रियंका राजपूत, रश्मि सोनकर, नेहा मौर्य, संतोष बडग़ैंया सहित बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।
आज ये देंगे प्रशिक्षण
कार्यक्रम के अंतिम दिन डॉ. सीमा शिवहरे पीडि़तों का मेडिकल परीक्षण, इलाज, मेडिकल रिपोर्ट टू फिंगर प्रिंट, टेस्ट बेन सहित अन्य के बारे में प्रशिक्षित करेंगी। एएसडी संदीप मिश्रा चिन्हित अपराधोंं की मॉनिटरिंग, समय पर संमंस वारंट तामील कराना और अभियोजन के समन्मय के बारे में बताएंगे। उपनिरीक्षक रोहित डोंगरे साइबर अपराध के बारे में जानकारी देंगे। जिला लोक अभियोजन अधिकारी हनुमंत किशोर शर्मा पीडि़त गवाहों के संंबंध में धारा 161, 164 सहित अन्य धाराओं और कानून के बारे में जानकारी देंगे।