लापरवाही पर हुई कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक राबानी कंस्ट्रक्शन ने कार्यादेश जारी होने के बाद समय से कार्य शुरू नहीं किया। कई बार विभाग ने पत्राचार किया, लेकिन ठेकेदार द्वारा आनाकानी की जा रही थी। ठेकेदार कभी जगह कम होने का बहाना तो कभी वर्क एरिया को लेकर समस्या बताई गई। इस पर विभाग ने 24 जुलाई को कंपनी को टर्मिनेट कर दिया। अस्पताल निर्माण के लिए पुन: निविदा आमंत्रित की गई। निविदा में 2.11 करोड़ की राशि कम आई तो शासन स्तर पर निविदा निरस्त हो गई।
फिर राबानी ग्रुप बनाएगा अस्पताल
जब टेंडर निरस्त होने की जानकारी राबानी ग्रुप को लगी तो ठेकेदार ने फिर से अस्पताल बनाने के लिए आवेदन विभाग को किया। यह आवेदन ठेकेदार ने सीधे परियोजना संचालक कार्यालय भोपाल के पास किया और अनुमति प्राप्त की। कंपनी को फिर से जिम्मेदारी सौंपने पर विचार करते हुये 4 अक्टूबर को फिर से मौका दिया गया है। उल्लेखनीय है कि 5 फरवरी 2020 तक कंम्पलीट करके देना है, लेकिन अभी तक नीव नहीं रखी गई।
इनका कहना है
ठेकेदार द्वारा समय पर काम न शुरू करने के कारण उसे टर्मिनेट कर दिया गया था। दूसरी निविदा में डिपॉजिट राशि कम आने के कारण निविदा निरस्त हो गई है। फिर ये राबानी ग्रुप के आवेदन पर अस्पताल निर्माण के लिए मौका दिया गया है।
एसके यादव, कार्यपालन यंत्री, पीआइयू।