scriptमास्साबों की काबिलियत पर उठे सवाल, 4500 में सिर्फ तीन ने ही जताई दावेदारी, जानिए क्यों | The question raised on the ability of the masabab | Patrika News

मास्साबों की काबिलियत पर उठे सवाल, 4500 में सिर्फ तीन ने ही जताई दावेदारी, जानिए क्यों

locationकटनीPublished: Jul 09, 2019 11:34:44 am

Submitted by:

dharmendra pandey

-जिले के सरकारी स्कूलों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना-2019 के तहत होता विशेष सम्मान

Primary Teacher

Government issued New Guideline for the teachers’ transfer

कटनी. जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की काबिलियत सवालियां निशान खड़ा हो गया हैं। राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना-2019 के तहत मिलने वाले विशेष सम्मान के लिए जिले से सिर्फ 3 शिक्षकों ने ही दावेदारी जताई है। जबकि जिलेभर में शिक्षकों की संख्या 4500 से अधिक हैं।
बेहतर कार्य करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को देशभर के लोग जाने। शिक्षा जगत में उनकी एक अलग पहचान हो। इसके लिए केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना लागू की। पहली बार शुरू हुई इस योजना के लिए केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देशभर की सरकारी स्कूलों में बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों से पुरस्कार के लिए आवेदन मंगाए। छह मई से 15 जून तक शिक्षकों को आवेदन करना था। जिले में प्राथमिक स्कूल से लेकर हायर सेकंडरी स्कूलों में 4500 से अधिक शिक्षक हैं, लेकिन पुरस्कार के लिए सिर्फ तीन ने आवेदन दिया। शेष ने आवेदन करना भी मुनासिब नहीं समझा। आवेदन प्रक्रिया भी बंद हो गई है। आवेदन करने वाले शिक्षकों में मनोज गर्ग, पंकज बर्मन व मंगलदीन पटेल शामिल है। जिलेस्तर पर चयन के लिए समिति बनाई गई है। अब समिति में शामिल लोग पुरस्कार के लिए आवेदन करने वाले शिक्षक पात्र है या नहीं इसका चयन करेंगे।
इस कैटेगरी के शिक्षकों को करना था आवेदन
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना- 2019 के तहत आवेदन करने वाले शिक्षकों के लिए मापदंड तय किया गया था। इसमें सरकारी, स्थानीय निकाय, अनुदान प्राप्त, मान्यता प्राप्त, प्राथमिक, माध्यमिक, हाइस्कूल, हायर सेकंडरी स्कूल में कार्यरत शिक्षकों को ही आवेदन करना था।
सेवानिवृत्त शिक्षक, शैक्षिक प्रशासक, शैक्षिक निरीक्षक एवं प्रशिक्षण संस्थाओं में कार्यरत अमला इस नामांकन के लिए पात्र नही होता। इसके अलावा संविदा शिक्षक एवं शिक्षा मित्र व ट्यूशन कार्य में संलिप्त रहने वाले शिक्षक, प्रधानाध्यापक नामांकन के लिए हकदार नहीं थे।

इनका कहना है
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार योजना के तहत 3 शिक्षकों ने ही दावेदारी जताई हैं। आवेदन की समय सीमा भी समाप्त हो चुकी हैं। शिक्षकों ने आवेदन क्यों नहीं किया। इसका पता लगाया जाएगा।
एसएन पांडे, डीइओ।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो