परिसर पर खाली पड़ी जमीन का उपयोग पार्क व अन्य रुप में किया जा सकता है। पुरातत्व संरक्षण विभाग के वरिष्ठ संरक्षक सहायक संदीप जायसवाल बताते हैं कि भगवान विष्णुबाराह मूर्ति में पैर का क्रेक अपॉक्सीरीजन तकनीक से भरा जाएगा। आसपास पड़े लूज स्टे्रक्चर के बेहतर रखरखाव की भी तैयारी चल रही है। कोशिश करेंगे कि खाली पड़ी जमीन पर पार्क और मुख्य द्वारा चबूतरा तक पहुंचने के लिए पीचिंग का कार्य करवाया जाए।
खास-खास
– कैमोर पर्वत श्रंखलाओं के बीच बसे इस गांव में कैमारी पत्थर प्रचुर मात्रा में रहा है। मूर्तिकला के लिए इस पत्थर को बेहतर माना जाता है।
– बताया जाता है कि खजुराहो शिल्प को संवारने का क्रम यहीं से प्रारंभ हुआ था। कल्चुरी कॉलीन राजा लक्ष्मण राज के मंत्री भट्ट सोमेश्वर दीक्षित द्वारा विष्णु वाराह का मंदिर बनाए जाने के शिलालेख मिले हैं।
– कारीतलाई पुरातत्व संग्रहालय से 17 अगस्त 2006 में दुर्लभ 9 प्रतिमाएं चोरी हो गई थी। भगवान विष्णु और सलभंजिका की प्रतिमाएं यूएसए में मिली थी। तब छायाचित्र के आधार पर मूर्तियों की पहचान हुई थी।
खास-खास
– कैमोर पर्वत श्रंखलाओं के बीच बसे इस गांव में कैमारी पत्थर प्रचुर मात्रा में रहा है। मूर्तिकला के लिए इस पत्थर को बेहतर माना जाता है।
– बताया जाता है कि खजुराहो शिल्प को संवारने का क्रम यहीं से प्रारंभ हुआ था। कल्चुरी कॉलीन राजा लक्ष्मण राज के मंत्री भट्ट सोमेश्वर दीक्षित द्वारा विष्णु वाराह का मंदिर बनाए जाने के शिलालेख मिले हैं।
– कारीतलाई पुरातत्व संग्रहालय से 17 अगस्त 2006 में दुर्लभ 9 प्रतिमाएं चोरी हो गई थी। भगवान विष्णु और सलभंजिका की प्रतिमाएं यूएसए में मिली थी। तब छायाचित्र के आधार पर मूर्तियों की पहचान हुई थी।