स्थानीय पत्थर व उससे जुड़े कारोबार को बढ़ावा देने और कारीगरी को सामने लाने के लिए कलेक्ट्रेट में सेंड स्टोन का उपयोग आकर्षक गेट बनाने से लेकर पूरी बाउंड्रीवाल बनाने में किया गया।
पार्क के बीचों-बीच बनाए गए फव्वारे में भी सेंड स्टोन से ही कलाकृति बनाई गई है, जो लोगों को आकर्षित करती है। पार्क के बाहर और अंदर पत्थर पर की गई कलाकारी आने वाले लोगों को बरबस ही आकर्षित करती है।
कलेक्ट्रेट में कारीगरों ने अपनी शिल्पकला का हुनर दिखाया तो अंदर लोगों के बैठने के लिए बनाई बैचों के साथ ही लाइटिंग के लिए लैंप भी सेंड स्टोन से ही तैयार कराए गए।
खासबात यह है कि पूरे पार्क में जिले की खदानों से निकलने वाले सेंड स्टोन (पत्थर) का उपयोग किया गया है। जिसमें शिल्प की समझ रखने वाले शिल्पकारों ने शानदार नक्काशी की है।